महारानी एलिजाबेथ II का निधन, PM मोदी ने व्यक्त किया शोक, उनके साथ मुलाकात का बताया किस्सा
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ब्रिटेन (Britain) की महारानी एलिजाबेथ II (Queen Elizabeth II) का गुरूवार को 96 साल की आयु में निधन हो गया है. एलिजाबेथ (Elizabeth II) ने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल महल में अंतिम सांस ली. वह पिछले काफी समय से बीमार थी. आज एलिजाबेथ की हालात काफी नाजुक थी. इसके बाद उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था. शाही परिवार भी स्कॉटलैंड पहुंच गया है. शाही परिवार ने एक बयान में कहा, “महारानी की आज दोपहर बाल्मोरल में मृत्यु हो गई. राजा और रानी कंसोर्ट आज शाम बाल्मोरल में रहेंगे और कल लंदन लौटेंगे.
जून में शासन के 70 साल पूरे किए :
इससे पहले बकिंघम पैलेस की तरफ से गुरूवार को बयान जारी करके कहा गया था कि उनकी (Elizabeth II हालात नाजुक है और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था. हालांकि बाद रॉयल फैमिली की ओर से उनके निधन की पुष्टि की गई. इसी साल जून में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के शासन के 70 साल पूरे हुए थे.इस मौके पर चार-दिवसीय प्लैटिनम जुबली समारोह आयोजित किया गया था.
PM मोदी ने व्यक्त किया शोक :
Her Majesty Queen Elizabeth II will be remembered as a stalwart of our times. She provided inspiring leadership to her nation and people. She personified dignity and decency in public life. Pained by her demise. My thoughts are with her family and people of UK in this sad hour.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वीन एलिजाबेथ (Elizabeth II) के निधन पर शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा कि महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की एक दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने अपने राष्ट्र और लोगों को प्रेरक नेतृत्व प्रदान किया. उन्होंने सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का परिचय दिया. उनके निधन से आहत हूं. इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं.
क्वीन के साथ मुलाकात का बताया किस्सा :
PM मोदी ने एलिजाबेथ के साथ मुलाकात की तस्वीर को साझा करते हुए कहा कि 2015 और 2018 में यूके की अपनी यात्राओं के दौरान मेरी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ यादगार मुलाकातें हुईं. मैं उनकी गर्मजोशी और दयालुता को कभी नहीं भूलूंगा. एक बैठक के दौरान उन्होंने मुझे वह रूमाल दिखाया जो महात्मा गांधी ने उसे उसकी शादी में उपहार में दिया था. मैं उस इशारे को हमेशा संजो कर रखूंगा.
1926 में एलिजाबेथ का हुआ था जन्म :
बता दें कि महारानी (Elizabeth II) का जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन के मेफेयर में 17 ब्रूटन स्ट्रीट में हुआ था. वह द ड्यूक एंड डचेस ऑफ यॉर्क की पहली संतान थीं, जो बाद में किंग जॉर्ज VI – और क्वीन एलिजाबेथ बनीं. बकिंघम पैलेस ने पहले बताया था कि डॉक्टर एलिजाबेथ द्वितीय के स्वास्थ्य के बारे में चिंतित थे, और सिफारिश की कि वह चिकित्सकीय देखरेख में रहे. रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रिटिश सरकार के पास उनकी मृत्यु की स्थिति में कोडनेम ऑपरेशन लंदन ब्रिज की योजना है.