बीपीएससी 68वीं की अधिसूचना जारी, निगेटिव मार्किंग के साथ परीक्षा में कई बदलाव; यहां पढ़ें पूरी सूचना
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शुक्रवार को 68वीं प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के लिए अधिसूचना जारी कर दी। इसके लिए आनलाइन आवेदन 25 नवंबर से किया जा सकेगा। अभ्यर्थी 20 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा के तहत 281 पदों पर नियुक्तियां होंगी। किसी प्रकार की त्रुटि पर सुधार के लिए आवेदन की अंतिम तिथि के बाद 10 दिनों तक तक समय रहेगा। इस परीक्षा के तहत 281 पदों पर नियुक्तियां होंगी। अधिक जानकारी के लिए आयोग की वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर जाकर जानकारी ली जा सकती है। आयोग द्वारा जारी अधिसूचना में स्पष्ट कहा गया है कि आवेदन से पहले अभ्यर्थी आवश्यक दिशा निर्देशों का पढ़ लें।
आयोग के सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि आयोग की ओर से परीक्षा में कई बदलाव किए गए हैं। ऐसे में अभ्यर्थी आवेदन भरने से पहले पूरे निर्देश को पढ़ लें। उन्होंने स्पष्ट किया है कि प्रारंभिक परीक्षा से पहले आने वाली वैकेंसी को इसमें शामिल किया जाएगा। विज्ञापन के लिए आने वाले आवेदन की संख्या के आधार पर ही एक से अधिक पालियों में परीक्षा आयोजित की जा सकती है। आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि परीक्षा में निगेटिव मार्किंग के प्राविधान किए गए हैं। इसकी रूपरेखा कैसी हो? इसके लिए अभ्यर्थियों के समक्ष तीन आप्शन दिए गए हैं। जिस आप्शन को अधिक अभ्यर्थी आप्ट करेंगे। उसी आप्शन को परीक्षा में लागू किया जाएगा।
इन विभागों में होगी नियुक्ति
पुलिस उपाधीक्षक : 08
जिला समादेष्टा : 01
जिला अग्निशमन पदाधिकारी : 19
काराधीक्षक : 02
राज्य कर सहायक आयुक्त : 07
अवर निर्वाचन पदाधिकारी : 08
अवर निबंधक-संयुक्त अवर निबंधक : 20
श्रम अधीक्षक : 01
नियोजन-जिला नियोजन पदाधिकारी : 03
प्रोबेशन पदाधिकारी : 01
सहायक निबंधक सहयोग समितियां : 04
सहायक निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय : 05
ईख पदाधिकारी : 02
बिहार शिक्षा सेवा : 04
श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी : 35
अपर जिला परिवहन पदाधिकारी : 01
ग्रामीण विकास पदाधिकारी : 07
प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी : 40
राजस्व अधिकारी एवं समकक्ष : 39
आपूर्ति निरीक्ष्रक : 14
प्रखंड अनुसूचित जाति एवं अनु जनजाति कल्याण पदाधिकारी : 60
मत निर्धारित करेगा, कितने होंगे निगेटिव अंक
बीपीएससी 68वीं परीक्षा में निगेटिव मार्किंग कैसा हो? इसका निर्धारण खुद अभ्यर्थी ही करेंगे। इसके लिए आयोग की ओर उन्हें तीन विकल्प दिए गए हैं। पहले आप्शन में बताया गया है कि परीक्षा 150 अंकों की होगी। इसमें 50 प्रश्नों के लिए निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसमें सही जवाब देने पर दो अंक तथा गलत जवाब देने पर आधे अंक काटे जाएंगे। दूसरे आप्शन में बताया गया कि 150 प्रश्नों में से चयनित प्रश्नों के लिए सही में एक तथा गलत होने पर एक चौथाई अंक काटे जाएंगे। तीसरे आप्शन में सभी 150 प्रश्नों पर निगेटिव मार्किंग के प्राविधान हैं। इसमें सही होने पर एक तथा गलत होने पर एक चौथाई अंक कटेंगे।