नीतीश कुमार को ‘शिखंडी’ और ‘नाइट वॉचमैन’ बताया सुधाकर सिंह ने, कहा- तेजस्वी को सीएम नहीं बनने दे रहे हैं
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
आरजेडी के सीएम चेहरा तेजस्वी यादव के खास विधायक व पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है। इस बार सुधाकर सिंह ने बयानबाजी की सीमा लांघते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शिखंडी और नाइटवॉचमैन करार दिया है। उन्होंने कहा है कि उनकी वजह से तेजस्वी यादव सीएम नहीं बन पा रहे हैं। नीतीश जी को कुर्सी का लोभ छोड़ नहीं रहा है।
एक न्यूज़ चैनल के साथ इंटरव्यू में सुधाकर सिंह ने कहा कि जब नीतीश कुमार कुर्सी से उतरेंगे तो उनके किए गए कार्यों का सही मूल्यांकन होगा और इतिहास उन्हें शिखंडी के रूप में देखेगा। आरजेडी विधायक ने कहा नीतीश कुमार ने ही तेजस्वी यादव को सीएम बनने से रोक रखा है। तेजस्वी यादव राजद और महागठबंधन की ओर से सीएम पद के घोषित कैंडिडेट हैं।
महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार 2-4 महीने के लिए नाइट वॉचमैन के तौर पर सीएम बने थे। उसके बाद तेजस्वी जी को चीफ मिनिस्टर बनना था। लेकिन आज सरकार बने साढ़े 4 महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया। लेकिन, नीतीश कुमार कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं। उनसे पूछा जाना चाहिए कि वह तेजस्वी को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनने दे रहे हैं ? लार्जर इंटरेस्ट में भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए राजद एक साथी की तलाश में थी। आज भी महागठबंधन को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। लेकिन, नीतीश कुमार इसका फायदा उठा रहे हैं।
सुधाकर सिंह ने कहा कि नए साल के अवसर पर वह हर साल अपने किसानों के साथ चौपाल लगाते हैं और लिट्टी चोखा की पार्टी होती है। इस बार भी किसान चौपाल लगेगी जिसमें खेती किसानी की समस्याओं पर विचार किया जाएगा। राजद ने एक बार फिर बिहार के कृषि रोड मैप को विफल बताया और कहा कि इससे किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ। राज्य की आबादी को भरपेट भोजन की व्यवस्था सरकार नहीं कर पाई। इसी वजह से उन्होंने विधानसभा में प्राइवेट बिल लाने की योजना बनाई।
सुधाकर सिंह ने कहा कि राजद का विस्तार मतदाताओं तक है। राज्य में आर्थिक- सामाजिक बदलाव के लिए पार्टी हमेशा काम करती रहती है । तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार एक बार फिर आर्थिक न्याय की ओर आगे बढ़ेगा और सक्षम राज्य बनेगा। पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के पहले कई मुख्यमंत्री हुए और बाद में भी बनेंगे। राज्य में मुख्यमंत्री के रूप में श्री कृष्ण सिंह, शकर्पूरी ठाकुर और लालू यादव को याद किया जाता है। नीतीश कुमार को कभी इस रूप याद नहीं किया जाएगा।