बिहार: झोलाछाप डॉक्टर दंपति ने अबॉर्शन कर पालतू कुत्ते को खिलाया भ्रूण, 11 दिन बाद युवती ने भी तोड़ा दम
बिहार के वैशाली में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक महिला की मौत हो गई। जिले के निजी नर्सिंग होम में महिला का अवैध तरीके से गर्भपात कराया गया था। आरोप है कि भ्रूण को झोलाछाप दंपती ने अपने पालतू कुत्ते को खिला दिया। गर्भपात के एक महीने बाद महिला की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
अब परिजन ने झोलाछाप डॉक्टर दंपती के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। दोनों नर्सिंग होम बंद करके फरार हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। SDPO ने कहा कि फिलहाल जांच में भ्रूण कुत्ते को खिलाने की बात नहीं आई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
पूरा मामला दिसंबर महीने का है। महिला वैशाली जिले के बलिगांव थाना क्षेत्र के चंपापुर अग्रैल की रहने वाली थी। उसकी मामी सुनीता देवी ने बताया कि 1 दिसंबर को प्रियंका के पेट में दर्द हुआ। वो गर्भवती थी। उन्होंने गांव के ही डॉक्टर आनंद साह और उनकी पत्नी सुषमा आनंद से संपर्क किया। उन्होंने दवा दिया, जिसे खाने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई।
सुनीता देवी ने कहा कि प्रियंका की तबीयत जब बिगड़ गई तो डॉक्टर दंपती ने उसका गर्भपात कराया। हाथ-पैर बांधकर भ्रूण को काट-काटकर बाहर निकाला। उन्होंने उसे बाल्टी में रखा और अपने पालतू कुत्ते को खिला दिया।
इधर, प्रियंका की तबीयत और भी बिगड़ने लगी तो डॉक्टर दंपती की सलाह पर परिजन उसे लेकर स्थानीय महुआ अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टर ने पटना इलाज कराने की सलाह दी।
सुनीता देवी का आरोप है कि डॉक्टर दंपती उसे लेकर अपने क्लिनिक पर पहुंचे और यहां से पटना लेकर चल गए। 20 दिसंबर की सुबह 8 बजे एम्स अस्पताल में भर्ती महिला को कराया। डॉ. सुषमा आनंद और उसके पति आनंद साह चोरी छिपे वहां से भाग गए। 30 दिसंबर को प्रियंका की मौत हो गई। इसके बाद 31 दिसंबर को एफआईआर दर्ज कराई गई।
इधर, महुआ SDPO पूनम केसरी ने बताया कि परिजनों के आरोपों के आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है। शुरुआती जांच में नवजात के शव को कुत्ते को खिलाने का आरोप सही नहीं पाया गया है। हालांकि इलाज में लापरवाही और मौत की वजह को लेकर पुलिस की जांच चल रही है। मेडिकल रिपोर्ट और डॉक्टर की राय के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पहले से ही तीन बच्ची
इधर, पुलिस का कहना है कि महिला के पहले से ही 3 बेटियां हैं। वह अपने मायके आई हुई थी। ऐसा भी हो सकता है कि उसने गर्भपात की दवा खाई हो, तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया हो। वहां यह सब हुआ। इधर, परिवार का कहना है कि डॉक्टर दबंग है। वह धमकी दिला रहा है। हम लोग पहले डर से चुप रहे। बाद में जब महिला की मौत हो गई तो एफआईआर दर्ज कराई।