विद्यापतिधाम से निकली भगवान भोले शंकर की बारात, गदगद हुए श्रद्धालु
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
समस्तीपुर/विद्यापतिनगर [पद्माकर लाला] :- भक्त व भगवान की संगम स्थली बालेश्वर महादेव मंदिर परिसर, विद्यापतिधाम से शुक्रवार को महाशिवरात्रि को लेकर शिव विवाह बारात की भव्य झांकी निकाली गई। सीओ अजय कुमार, थानाध्यक्ष प्रसुनजय कुमार, एविसिस केयर फाउंडेशन के सीईओ समाजसेवी हर्षवर्धन कुमार , जदयू प्रदेश सचिव धीरेन्द्र कुमार सिंह व विद्यापति परिषद अध्यक्ष गणेश गिरी कवि ने संयुक्त रूप से झांकी को धार्मिक ध्वज शिव पताका दिखा कर विद्यापतिधाम मंदिर परिसर से रवाना किया।
शिव बारात झांकी मलकलीपुर, मधैयपुर, केवटा, सरदारगंज, दलसिंहसराय पगड़ा, बसढिया होते हुए आसपास के गांवों की आंचलिक यात्रा के बाद शनिवार को मंदिर परिसर पर पहुंचेगी। जहां वैदिक रीति के अनुसार विवाह कराया जायेगा। झांकी में हाथी,घोड़ा, बंदर, भालू, ऊंट, बैल, बसहा, नंदी, ब्रह्मा, विष्णु, भूत-पिशाच आदि अलौकिक चित्रण पेश कर रहे थे।
शिव बरात की झांकी प्रखंड के दर्जनों गांवों का भ्रमण करते हुए अनुमंडल क्षेत्र के ग्रामीण व शहरी इलाकों में शिव पार्वती विवाह के पौराणिक दृश्य को भक्तों के हृदय में तरोताजा करने का प्रयास कर धार्मिक भावनाओं को बल देगी। बारात में रथ पर सवार भगवान भोलेनाथ के वेश में राम चौरसिया,ब्रह्मा के रूप में निराला पंडित, अनिकेत गिरि (विष्णु), कुंदन मिश्रा (नंदी), मल्लिकार्जुन लूटन साह, दीपक कुमार (नारद), दीनदयाल गिरि (कुबेर), दुर्गेश गिरि (इंद्र), गोविंद कुमार गिरि (शनिदेव), भिखारी चमन कुमार, भूत के वेश में गुलशन कुमार को देख लोग आश्चर्य चकित थे।
मांगलिक गीतों व नचारी के बीच श्रद्धालुओं ने आरती उतारी। इस दौरान पूरा इलाका हर- हर महादेव के घोष से गुंजायमान हो उठा। बताते है कि कई वर्षों से महाशिवरात्रि का अनुष्ठान परंपरागत चल रहा है। विद्यापति परिषद अध्यक्ष गणेश गिरी कवि ने बताया कि 18 फरवरी को विवाह मंडप में शिव-पार्वती विवाह का अलौकिक चित्रण की प्रस्तुति संपन्न होगा। इसकी सभी तैयारी कर ली गई है। शिव मंदिर समेत पूरे परिसर को भव्य तरीके से सजाया गया है।
उधर सुरक्षा के लिए एसएचओ प्रसुनजय कुमार, एएसआई प्रमोद कुमार रंजन सहित पुलिस बल के साथ तत्पर थे। झांकी की सफलता के लिए जदयू प्रदेश सचिव धीरेंद्र कुमार सिंह, गणेश गिरि कवि, हर्षवर्धन कुमार, नवल गिरि, पीताम्बर गिरि, कैलाश पासवान, चतुरानंद गिरि, रामानन्द गिरि, मुकेश गिरि, भूपेंद्र नारायण सिंह, अजय सिंह, रंजू गिरि, अमीर लाल गिरि जुटे रहे।