बिहार: ट्रेन यात्रियों से असली टीटीई बनकर वसूली करता था नकली TTE, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
बिहार हमेशा से ही अपनी कुछ न कुछ अलग कारनामों को लेकर सुर्ख़ियों में बना रहता है। अब एक ताजा मामला बेगूसराय से निकल कर सामने आ रहा है। जहां एक फर्जी टीटीई को अरेस्ट किया गया है। यह टीटीई को कोशी एक्सप्रेस से गलत तरीकों से वसूली करते हुए दो युवकों ने अपने कब्जे में लेकर जीआरपीफ को सौंप दिया है।
दरअसल, बेगूसराय में कोसी एक्सप्रेस में जनरल डब्बे में यात्रियों की खचाखच भीड़ के बीच एक युवक डब्बे में सवार हुआ और खुद को टीटीई बताकर लोगों से टिकट चेकिंग शुरू कर दी। इतना ही नहीं इस दौरान टिकट नहीं दिखाने पर अवैध तरीकों से वसूली भी शुरू कर दिया। जिसके बाद जब कुछ लोगों को शक हुआ तो इससे पूछताछ की गई। इस दौरान इसने पहले तो जनहित एक्सप्रेस का टीटी बताया। इसके बाद भी जब लोग नहीं माने तो यह बातों को घुमाना शुरू कर दिया। जिसके बाद इस फर्जी टीटीई को तीन चार युवकों ने अपने साथ उतारकर बेगूसराय जीआरपी के हवाले कर दिया ।
जीआरपी को फर्जी टीटी बने युवक को सौंपने वाले यात्रियों में शामिल शिवम कुमार ने बताया कि ट्रेन जैसे ही राजेंद्र सेतु से क्रॉस कर बेगूसराय की ओर बढ़ी तभी एक युवक टिकट चेकिंग करने के लिए हम लोगों के पास आया। उसने अपने आप को जनहित एक्सप्रेस का टीटी बताते हुए कोसी एक्सप्रेस में टिकट चेकिंग करने की बात कही। जिसके बाद हम लोगों को शक हुआ। पूछताछ में यह पता चल गया कि यह फर्जी तरीके से टिकट चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है। इसकी शिकायत पुलिस से करने की बात सुनकर युवक ने मुझे छोड़ देने की गुहार लगाता रहा और इसके बदले कुछ पैसे देने के भी बात कहता रहा।
इधर, बेगूसराय जीआरपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी हुई है। जीआरपी ने उसके पास से टिकट बनाने वाले रसीद का बंडल, मोबाइल फोन, कॉलेज का आई कार्ड , केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( CBI ) का एक आईकार्ड बरामद किया है। युवक ने अपनी पहचान नालंदा जिला के थाना छबिलापुर के मंजेठा निवासी चंद्रदेव पासवान का पुत्र विक्रम कुमार बताया है। थाना अध्यक्ष अखिलेश्वर शर्मा ने बताया कि जांच पड़ताल किया जा रहा है। युवक के पास से कई फर्जी आईकार्ड रेलवे विभाग में टीटी का आई कार्ड और सीबीआई का आई कार्ड भी उसके पास से बरामद किया गया है। युवक से कड़ाई से पूछताछ ज्यादा अग्रिम कार्रवाई की जा रही है ।