समस्तीपुर में बीते दिनों हुए 3 बैंक लूटकांडों का SP ने किया खुलासा, चार अपराधियों को 20 लाख 23 हजार रुपये नगद के साथ किया गिरफ्तार
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समस्तीपुर : समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी, उजियारपुर और पूसा थाना क्षेत्र में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में बीते मार्च महीने में हुए लूट मामला समस्तीपुर पुलिस ने खुलासा किया है। हरपुर ऐलौथ स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के बाहर प्रेस वार्ता करते हुए एसपी विनय तिवारी ने कहा कि घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही लूट के 20 लाख 23 हजार रुपए एवं लूट की घटना में उपयोग किए जाने वाले चार बाइक को भी जब्त किया गया है। यह सभी बाइक बंगरा एवं मुजफ्फरपुर जिले में लूटे गए थे। लूट की बाइक से ही अपराधियों के द्वारा बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया गया।
एसपी ने बताया इस घटना के उद्भेदन में समस्तीपुर के युवाओं की भूमिका भी काफी अहम है। अपराधियों की तस्वीरों के जारी करने के साथ ही युवाओं ने युवाओं ने सोशल मीडिया एवं व्हाट्सएप के जरिए अपराधियों की पहचान बताई। जिसके आधार पर अपराधियों की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी हुई।
एसपी ने बताया कि मुख्य रूप से दौलतपुर एवं शेखुपुर में इन सभी घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाई गई थी। इन अपराधियों के द्वारा अपने घर को निर्माण करने एवं उद्योग को बढ़ाने के लिए बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया जा रहा था। एसपी ने यह भी बताया कि अपराधी के कस्बेआहार, रहीमाबाद, दौलतपुर, शेखोपुर, ताजपुर इन क्षेत्रों में छुप कर रहते थे एवं बैंक लूट की योजना बनाकर घटना को अंजाम देते थे। इन लोगों के द्वारा फिर से एक दुकानदार को लूटने की योजना बनाई जा रही थी। लेकिन उससे पहले ही पुलिस द्वारा कारवाई करते हुए मामले का उद्भेदन कर दिया गया है।
पुलिस ने लूट की गई रकम में से 20 लाख 23 हजार रुपए एवं दो पिस्टल, एक देसी कट्टा, 30 गोली, दो मैगजीन, कांड में प्रयुक्त दो लूटी गई व घटना से पूर्व रेकी में प्रयुक्त एक बाइक, दो हेलमेट, तीन टोपी और एक जोड़ी जूता बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहर निवासी मोहम्मद कमर के पुत्र मोहम्मद जावेद उर्फ नियाज, कल्याणपुर थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर निवासी महेश प्रसाद के पुत्र सुधांशु कुमार उर्फ विक्की उर्फ राकेश, खानपुर थाना क्षेत्र के कानूबिशनपुर निवासी रामदेव प्रसाद के पुत्र रामबाबू ऊर्फ सुजीत एवं चैनपुर थाना क्षेत्र के दरगाह मोहल्ला निवासी नेसार उर्फ फूलो के पुत्र मोहम्मद दानिश उर्फ वाहिद के रूप में हुई है।
एसपी की मोनिटरिंग व एसआईटी की लगातार कार्रवाई के बाद खुलासा :
बीते मार्च महीने में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के तीन शाखाओं में हुई लूट की घटना के उद्भेदन व इसमें संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी विनय तिवारी के निर्देशन में चार एसआईटी टीम का गठन किया गया था। चारों एसआईटी टीम के द्वारा कांड के उद्भेदन को लेकर जिला अंतर्गत करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और 600 मोबाइल नंबर को खंगालने के बाद राज्य के 5 जिलों में की गई। छापेमारी के उपरांत पुलिस को यह सफलता मिली है।
युवाओं की गुप्त सूचना पर मिली सफलता :
एसपी ने बताया कि इस लूट कांड के उद्भेदन में जिले के सकारात्मक सोच वाले कुछ युवाओं के द्वारा दी गई गुप्त सूचना के आधार पर कांड का उद्भेदन संभव हो पाया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार चारों अपराधी पहले छोटी-मोटी लूट की घटना को अंजाम दिया करते थे। जिसमें उन्हें बड़ी रकम हाथ नहीं लग पा रही थी। इसी दौरान उन लोगों की पहचान जिले के कुख्यात अपराधी अहमद रजा ऊर्फ पल्सर, दौलतपुर के इकरामुल, बंगरा के बबलू, पूसा के लकी, धरमपुर के सद्दाम और कस्बे आहार के अरमान से हुई। जिसके बाद कस्बे आहर के नियाज और अरमान ने एक गैंग बनाया और इन लोगों के द्वारा इकरामुल के घर पर बैंक लूट की योजना बनाई गई। इसके बाद इन लोगों ने घटना को अंजाम देने के लिए बबलू और सद्दाम से हथियार की खरीद की और उन लोगों को लकी ने फर्जी सिम उपलब्ध करवाया। उन लोगों ने बैंक लूट की घटना को अंजाम देने के लिए पूर्व में लूट की गई बाइक का इस्तेमाल किया था। यह सभी लोग आलीशान घर और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने के लिए बैंक लूट की घटना को अंजाम दे रहे थे।
चार अलग-अलग एसआईटी कर रही थी मामले की छानबीन :
बताया गया कि गिरफ्तार अपराधियों के ऊपर वैशाली मुजफ्फरपुर समस्तीपुर जिले के विभिन्न थानों में पूर्व से कई मामले दर्ज हैं। बता दें कि एसआईटी टीम ए का नेतृत्व समस्तीपुर सदर डीएसपी रहे मो. सेहबान हबीब फखरी, टीम बी का नेतृत्व दलसिंहसराय डीएसपी दिनेश कुमार पांडे, टीम सी का नेतृत्व डीआईयू शाखा से इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह एवं टीम डी का नेतृत्व डीआईयू शाखा से एसआई मुकेश कुमार कर रहे थे।