RJLD का विलय नहीं, बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे उपेंद्र कुशवाहा; बताई अपनी रणनीति
राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी के साथ गठबंधन करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही वे एनडीए में जाने की घोषणा करेंगे। कुशवाहा ने साफ कर दिया कि वे अपनी पार्टी आरएलजेडी का विलय किसी भी हालत में नहीं करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने जेडीयू-आरजेडी की महागठबंन सरकार के खिलाफ रणनीति तैयार कर ली है। बिहार के सभी जिलों में कुशवाहा कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर एक बार फिर जनता के बीच जाएंगे।
नालंदा जिले के राजगीर में बीते तीन दिन आरएलजेडी का चिंतन और प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। इसके बाद सोमवार को पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में अपने आवास पर मीडिया को शिविर में हुए मंथन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने बीजेपी के साथ गठबंधन करने का मन बनाया है। हालांकि उन्होंने अभी एनडीए में जाने की घोषणा नहीं की। कुशवाहा ने कहा कि वे जल्द ही बीजेपी के साथ गठबंधन का ऐलान करेंगे।
किसी भी हालत में पार्टी का विलय नहीं होगा : कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस बार उनकी पार्टी का विलय नहीं होगा। वह गठबंधन में रहकर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अपनी पार्टी को खत्म नहीं करेंगे। रविवार को राजगीर में आरएलजेडी के शिविर को संबोधित करते हुए भी कुशवाहा ने यही बात कही थी। उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में जनता ने उन्हें सपोर्ट नहीं किया था इसलिए पार्टी का विलय करना पड़ा था। मगर अब ऐसी स्थिति नहीं आएगी। कुछ भी हो जाए आरएलजेडी का विलय नहीं होगा।
नीतीश-तेजस्वी को चुनौती देंगे कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान के बाद यह तय हो गया है कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में वे महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ाने वाले हैं। आरएलजेडी बीजेपी के साथ चुनाव लड़कर महागठबंधन के खिलाफ कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकती है। आरएलजेडी को लड़ने के लिए कितनी सीटें मिलती हैं, इस पर मंथन गठबंधन की घोषणा के वक्त या उसके बाद ही होगा। पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे। चर्चा है कि इस दौरान दोनों नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर बात हुई।
सभी जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन
उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को बताया कि एक बार फिर वह जनता के बीच जाएंगे। मई, जून और जुलाई में बिहार के सभी जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत उनकी पार्टी सदस्यता अभियान भी चलाएगी। बता दें कि फरवरी में जेडीयू से इस्तीफा देकर कुशवाहा ने आरएलजेडी का गठन किया था। इसके बाद उन्होंने बिहार में विरासत बचाओ नमन यात्रा निकाली थी।