BPSC और शिक्षा विभाग में नहीं बनी सहमति, निगेटिव मार्किंग पर भी एक मत नहीं हो सके, कल फिर होगी बैठक
कक्षा 1 से 12 तक 1 लाख 70 हजार 461 शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा पैटर्न सहित, वैकेंसी से जुड़े सभी मामलों पर सोमवार को बैठक हुई बीपीएसएसी और शिक्षा विभाग के बीच करीब साढ़े तीन घंटे तक बैठक चली। लेकिन, बीपीएसएसी के नए प्रारूप पर सहमति नहीं बन सकी। नेगेटिव मार्किंग को लेकर भी एक राय नहीं बन सकी है। अब मंगलवार की शाम को फिर से बैठक होगी।शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बीपीएससी को कुछ नए प्रस्ताव दिए है। कल की बैठक में फिर से चर्चा होगी।
बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग सहित बीपीएससी के अधिकारियों के बैठक हुई। इस बैठक में वैकेंसी से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा भी हुई।
इसके पहले बीपीएससी ने वैकेंसी का प्रारूप शिक्षा विभाग को भेजा था, ताकि विज्ञापन में किसी तरह की कमी और गलती नहीं रह जाए। इसके पहले शिक्षा विभाग ने तय कर दिया है कि नियोजित शिक्षकों को परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्र सीमा की बाध्यता नहीं होगी। किसी भी उम्र के नियोजित शिक्षक इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को उम्र सीमा में 10 वर्ष की छूट मिलेगी।
BPSC ने शिक्षा विभाग को जो वेकेंसी का प्रारूप भेजा, उसमें निगेटिव मार्किंग
बीपीएससी ने शिक्षा विभाग को जो वेकेंसी का प्रारूप भेजा है, इसमें 2 घंटे में 150 अंकों की परीक्षा होगी। निगेटिव मार्किंग होगी। यानी एक प्रश्न के 5 विकल्प होने की स्थिति में 4 प्रश्नों के गलत उत्तर पर 1 अंक कटेगा। जबकि एक प्रश्न के 3 विकल्प होने की स्थिति में 3 गलत उत्तर पर एक अंक कटेगा। 150 अंकों के पेपर में 100 अंक के विषय और 50 अंक सामान्य अध्ययन से रखा गया है। लेकिन 100 अंकों का क्वालिफाइंग पेपर में 30 अंक लाना अनिवार्य होगा। 30 से कम अंक लाने वाले अभ्यर्थियों की मूल कॉपी की जांच नहीं होगी।