मिशन 2024: हर विपक्षी दल कुर्बानी देने को तैयार, नीतीश कुमार की पहल पर भाजपा को हराने की बनी ये रणनीति..
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पटना में गैर भाजपा दलों की बड़ी बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई. इस बैठक में हिस्सा लेने 15 विपक्षी दलों के शीर्ष नेता पटना स्थित सीएम आवास पहुंचे थे. सभी नेताओं ने एक स्वर में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने और संघर्ष करने का एलान किया.यह बैठक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर आयोजित की गयी. सीएम नीतीश कुमार ने इस बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि भाजपा को हराने के लिए विपक्षी दल किस तरह तैयारी में जुटेंगे.
पटना में विपक्षी दलों की बैठक
शुक्रवार को पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में बैठक हुई. गुरुवार से ही विपक्षी दलों के नेता पटना पहुंचने लगे थे. सीएम आवास के नेक संवाद में शुक्रवार को करीब साढ़े तीन घंटे तक बैठक चली. जिसमें 15 दलों के शीर्ष नेता व पार्टी अध्यक्ष शामिल हुए. इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने और केंद्र की सत्ता से दूर रखने को लेकर सबने अपनी-अपनी राय रखी. बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार समेत अन्य नेताओं ने बैठक व आगे की रणनीति को लेकर अपनी-अपनी बात संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के जरिए सामने रखी.
सभी दलों की क्या राय बनी? नीतीश कुमार ने बताया..
सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सभी दलों की ये राय बनी है कि अभी जो पार्टी सत्ता में है वह देशहित में काम नहीं कर रही है. पूरे इतिहास को बदले जाने की तैयारी है. आजादी की लड़ाई को भुलवा देने की कोशिश की जा रही है. सबने एकमत होकर तय किया है कि कोई चुनौती आएगी तो इसका मिलकर सामना करेंगे. कुछ ही दिनों के बाद एक और बैठक होगी जिसमें आगे की योजना पर सहमति बनेगी.
वोटों के बिखराव को रोकने की क्यों है जरुरत?
बता दें कि नीतीश कुमार व लालू यादव समेत कई अन्य नेताओं ने ये माना है कि वोटों के बिखराव से भाजपा को फायदा होता है. एक लोकसभा सीट पर भाजपा के खिलाफ कई विपक्षी दलों के उम्मीदवार उतार दिए जाते हैं जिसका फायदा भाजपा को मिलता है. वोटों के इन्हीं बिखराव को रोकने की पूरी तैयारी में नीतीश कुमार विपक्षी दलों के नेताओं के साथ लगे हैं. राजद सुप्रीमो लालू यादव ने भी अपने संबोधन में इन्हीं वोटों की बात कही.
लालू यादव समेत अन्य नेताओं की राय
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि हमें एकजुट होकर लड़ना है. वोट हमारा है और इसमें बिखराव होने से भाजपा चुनाव जीत रही है. कांग्रेस ने भी एकजुट होकर लड़ने और भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की बात कही. शरद पवार, ममता बनर्जी समेत अधिकतर नेताओं ने खुलकर ये बात कही है.
जानिए क्या है वोटों का समीकरण..
बता दें कि जो 15 दल इस बैठक में जुटे,उनकी सरकार 11 राज्यों में है. 2019 के लोकसभा चुनाव में इन पार्टियों के 142 सांसद जीते थे. यानि लोकसभा सदस्यों के करीब 26 फीसदी सांसद इन पार्टियों से हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में केवल कांग्रेस के पास करीब 12 करोड़ वोट आए. सभी दलों के वोटों को एक किया जाए तो मजबूत स्थिति बनती है. भाजपा ने करीब 23 करोड़ वोट हासिल करके 303 सीटें जीती थीं.