नित्यानंद राय से मुलाकात के बाद चाचा पारस का कटा पत्ता, इस बार हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे चिराग पासवान; मोदी कैबिनेट में भी मिलेगी जगह!
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लोजपा (रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि वह हाजीपुर से इस बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। चिराग पासवान इस बात का ऐलान भाजपा नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात करने के बाद की है।
दरअसल, लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के तरफ से आज राजधानी पटना में राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी इस बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि चिराग पासवान की पार्टी जल्द ही एनडीए के साथ गठबंधन करेगी और इस गठबंधन के बाद चिराग पासवान केंद्र में मंत्री भी बनाए जा सकते हैं। वही इस बैठक से बाहर आने के बाद चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत करते हुए या कह दिया है कि वह इस बार हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।
चिराग पासवान ने कहा कि- आज हमारी राष्ट्रीय और प्रदेश के प्रभारी के साथ बैठक हुई हैं और इस बैठक में गठबंधन करने को लेकर बातचीत हुई है। पार्टी के तमाम पदाधिकारियों द्वारा मुझे अधिकृत किया गया है गठबंधन को लेकर कोई फैसला लेने के लिए। अभी मुझे लगता है कि इसको लेकर कुछ और चर्चा होगी लेकिन फैसला जल्द ही ले लिया जाएगा। रही बात मेरे मंत्री बनने की तो मेरे लिए गठबंधन आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर जरूरी है ना कि मेरे मंत्री बनने को लेकर। यह बात समय आने पर तय किया जाएगा। अगर मैं सार्वजनिक तौर पर इन बातों की चर्चा करता हूं तो फिर यह गठबंधन धर्म तोड़ने वाली बात होगी।
वहीं, हाजीपुर में चुनाव लड़ने को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि – हाजीपुर तो बिल्कुल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) लड़ेगी। इसमें कहीं कोई संदेह नहीं है। यह हमारा सिट रहा है, इस लिहाजा इस सीट को छोड़ने की तो बात ही नहीं उठती है। यह बात साफ़ है बिल्कुल हमारी पार्टी वहां से चुनाव मैदान में होगी।
मालूम हो कि,बिहार की राजनीति इन दिनों बदलावों और बड़े संभावनाओं के दौर से गुजर रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले कई सियासी समीकरण बनते बिगड़ते दिख रहे हैं। कोई जेडीयू में फूट का दावा कर रहा है तो कोई 2024 में मोदी को सत्ता से बेदखल करने की बात कह रहा है। ऐसे में आज केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग पासवान से उनके आवास पर मुलाक़ात की है।
यह मुलाकात इस लिहाजा काफी महत्वपूर्ण बताई जा रही है, क्योंकि इसके ठीक बाद भाजपा के तरफ से भी दिल्ली में एक बड़ी बैठक बुलाई गई है और इस बैठक में लोकसभा चुनाव से पहले उनके साथ गठबंधन करने वाली सभी पार्टियों के प्रमुख के भी शामिल होने के कयास लगाए जा रहे है। ऐसा कहा जा रहा है कि 18 जुलाई को होने वाली इस बिठाक के बाद यह साफ़ हो जाएगा कि एनडीए में कौन – कौन साथ होगा। इस बैठक के कुछ ही दिनों के बाद एनडीए का आकार बढ़ता हुआ नजर आने लगेगा।
आपको बताते चलें कि, इस बार लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा इस बार बिहार में कुशवाहा (कोइरी) समाज को साधने के लिए सम्राट चौधरी और उपेंद्र कुशवाहा को आगे करेगी तो मछुआरा (मल्लाह) समाज की जातियों को आकर्षित करने के लिए मुकेश सहनी होंगे। वहीं, पासवान समुदाय को अपने पाले में लाने के लिए चिराग पासवान और पशुपति पारस दो मजबूत स्तंभ को मैदान में रखेगी। इसके आलावा सवर्ण समाज का साथ शुरू से ही भाजपा को मिलता रहा है। इस समाज को साधने के लिए पार्टी के पास बहुतेरे नेता मौजूद हैं। वहीं यादव समुदाय को साधने की जिम्मेवारी नित्यानंद राय के पास होगी।