कौन हैं रेलवे बोर्ड की पहली महिला चेयरपर्सन जया वर्मा सिन्हा, ओडिशा रेल हादसे की जांच में निभाया था बड़ा रोल…
केंद्र सरकार ने रेलवे बोर्ड में बड़ा बदलाव किया है। पहली बार किसी महिला को रेलवे बोर्ड की कमान सौंपी गई है। 105 साल में ये पहला मौका है जब रेलवे बोर्ड की कमान एक महिला के हाथों में सौंपी गई है। अपाइंटमेंट कमेटी ऑफ दे कैबिनेट सेक्रेटेरिएट की ओर से आज इसकी जानकारी दी गई है। जिसमें कहा गया है कि जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड को चेयरमैन और सीईओ रेलवे बोर्ड के पद पर नियुक्ति होंगी। उनका कार्यकाल 31 अगस्त 2024 तक लागू रहेगा।
आपको बता दें कि बालासोर में हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे के दौरान जया वर्मा सिन्हा के काम की काफी सराहना की गई थी। जिस तरह से उन्होंने रेल हादसे के बाद राहत बचाव से लेकर जांच की बागडोर को संभाला उसकी काफी सराहना की गई। हादसे के बाद से वो लगातार पीएमओ से लेकर मीडिया के संपर्क में रहीं। अब जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड की पहली महिला चेयरपर्सन और सीईओ बनने जा रही हैं।
कौन हैं जया वर्मा सिन्हा
भारतीय रेलवे की अधिकारी जया वर्मा सिन्हा 1988 बैच में आईआरटीएस अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1990 में की थी। उनकी नियुक्ति उत्तर रेलवे में कानुपर के अस्सिटेंट एरिया मैनेजर के तौर पर हुई थी। उन्होंने 35 साल के अधिक का वक्त दक्षिण पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे, पूर्व रेलवे में अहम पदों पर बिताया है। करीब 4 साल तक वो ढाका में भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के तौर पर कार्यरत रही हैं।
उनकी गिनती तेजतर्रार महिला ऑफिसरों में होती हैं। रेलवे के कई अहम पदों पर पहुंचने वाली वे इकलौती महिला हैं। जया वर्मा सिन्हा ने अपनी शुरूआती पढ़ाई इलाहाबाद के सैंट मैरी कांवेंट स्कूल से की थी। हायर एजुकेशन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई। कानपुर में रेलवे ज्वाइन करने के बाद वो फ्रंटलाइन ऑफिसर के तौर पर काम करती रही है। रेलवे की नौकरी के अलावा उन्हें फोटोग्राफी का शौक है। उन्हें पशु-पक्षियों के लगाव है।