आखिर पकड़ा गया मोनू मानेसर, नासिर-जुनैद की हत्या के बाद से था फरार; नूंह हिंसा से भी कनेक्शन
हरियाणा पुलिस ने कथित गोरक्षक मोनू मानेसर को हिरासत में लिए जाने की सूचना है। हालांकि, गुरुग्राम पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। गुरुग्राम के सेक्टर एक स्थित मार्केट से मोनू मानेसर को हिरासत में लिया गया है। सिविल ड्रेस में तीन गाड़ियों में पुलिस की टीम पहुंची थी और उसे पकड़ लिया गया। इसका एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। नासिर-जुनैद की हत्या से लेकर नूंह हिसा तक में मोनू मानेसर आरोपों से घिरा हुआ था।
मानेसर की तलाश कई महीनों से हरियाणा और राजस्थान पुलिस को थी। इस साल फरवरी में राजस्थान के भरतपुर से अगवा करके कत्ल किए गए नासिर और जुनैद के केस में नाम आने के बाद से मोनू मानेसर अंडरग्राउंड था। इसके अलावा हाल ही में नूंह में हुई हिंसा से भी उसका नाम जुड़ा था। दावा किया गया कि मोनू मानेसर के बृजमंंडल यात्रा में शामिल होने की सूचना के बाद ही नूंह में हिंसा भड़की थी। अभी यह साफ नहीं है कि पुलिस ने किस केस में और कहां से उसे हिरासत में लिया है।
हालांकि, पिछले महीने राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा था कि नासिर और जुनैद की हत्या में मोनू मानेसर का सीधा हाथ नहीं है। लेकिन परोक्ष रूप से उसकी क्या भूमिका थी, इसको लेकर अभी जांच चल रही है। मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को लेकर लंबे समय से राजस्थान और हरियाणा सरकार के बीच खींचतान चल रही थी। पिछले दिनों दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों में भी आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिला था।
कौन है मोनू मानेसर
मोनू मानेसर गुरुग्राम से लेकर मेवात तक के इलाके में बेहद चर्चित नाम है। वह खुद को गोरक्षक बताता है और गोतस्करी के खिलाफ अभियान चलाने का दावा करता रहा है। वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय है और अक्सर यूट्यूब पर गोतस्करी के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियानों को दिखाता रहा है। नासिर-जुनैद की हत्या में नाम आने के बाद से वह लगातार सुर्खियों में था।