‘धर्म पर किसी को बोलने का अधिकार नहीं…’, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को तेज प्रताप की नसीहत
बिहार में आरजेडी कोटे से मंत्री और एजूकेशन मिनिस्टर चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान पर सियासत जारी है। वहीं इस मामले पर आरजेडी चीफ लालू यादव के बड़े बेटे और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप ने भी इस मामले पर शिक्षा मंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि धर्म पर किसी को बोलने का अधिकार नहीं है। हालांकि उन्होने चंद्रशेखर के बयान को तूल न देने की बात कही।
तेज प्रताप ने कहा कि मैं उनके बयान को महत्व नहीं देना चाहता, किसी को भी ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर क्या बोल रहे हैं और नहीं बोल रहे हैं उनके बयान पर नहीं जाना चाहता हूं, उनके बयान को तूल नहीं देना चाहता हूं। तेज प्रताप ने जोर देते हुए कहा कि धर्म के मामले में किसी को बोलने का अधिकार नहीं है। इंसानियत के धर्म की जो बात करेगा हम उसके साथ हैं। किसी को भी इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। आपको बता दें शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को पोटेशियम साइनाइड बताया था।
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर तेज प्रताप ने कहा कि अमित शाह बिहार में माहौल को बिगाड़ने और दंगा-फसाद कराने आते हैं। जैसे बिल्ली रास्ता काट जाती है। वैसे ही महागठबंधन के काम में बाधा पहुंचाने आए हैं। उनके आने से बिहार में इंडिया गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
आपको बता दें शनिवार को मधुबनी के झंझारपुर में चुनावी रैली के दौरान लालू-नीतीश पर जमकर हमला बोला। उन्होने कहा कि जैसे तेल-पानी एक नहीं हो सकते, वैसे ही जदयू और आरजेडी कभी एक नहीं हो सकते। प्रधानमंत्री बनने के लिए नीतीश कुमार लालू के साथ गए लेकिन वो भूल गए कि वो उन्हें ही डूबो देंगे। उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश का स्वार्थ का गठबंधन है, लालू-नीतीश की सरकार में बिहार में हर दिन अपराधिक घटनाएं हो रही हैं, लालू एक्टिव हो गए हैं, और नीतीश कुमार इनएक्टिव ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बिहार एक बार फिर जंगलराज की ओर बढ़ रहा है।