नव नियुक्त शिक्षकों के लिए बिहार सरकार ने बुक की होटल, पटना के 81 जगहों पर 1 नवंबर से शुरू होगी ट्रेनिंग
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बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित शिक्षकों की बुधवार से राज्य भर में काउंसेलिंग शुरू हो गयी. जिन नवनियुक्त शिक्षकों की काउंसेलिंग हो गयी उनका प्रशिक्षण 19 अक्तूबर गुरुवार से आरंभ हो जायेगा. दो नंवबर तक चलने वाला यह प्रशिक्षण पूरी तरह आवासीय होगा. इसके लिए सरकारी प्रशिक्षण संस्था के अलावा शहर के नौ निजी होटलों / संस्थाओं के भवनों को प्रशिक्षण स्थल के रूप में चुना गया है. यहां 19 अक्तूबर से ट्रेनिंग शुरू होगी. 81 सरकारी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थाओं ( सीटीइ/ बायट /पीटीइसी/डाइट) में यह उन्मुखीकरण ट्रेनिंग एक नवंबर से प्रारंभ होगी. सरकारी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में 22580 नव नियुक्त शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है.
इन जगहों पर दिया जायेगा प्रशिक्षण
एससीइआरटी निदशक आर सज्जन ने इस संदर्भ में जरूरी दिशा निर्देश जारी किये हैं. जारी किये आधिकारिक पत्र के मुताबिक पटना जंक्शन स्थित होटल सिटी सेंटर, इरविवा टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड राजेंद्र नगर, होटल विस्ता पैलेस बुद्धा कॉलोनी , द जेआरडी प्राइम उदैनी संपतचक, होटल रायल विले किदवइपुरी , होटल एल्केंजर कंकड़बाग, होटल प्रांजल इन गोला रोड, होटल डायमंड इन गोलारोड, बैयरिया गेस्ट हाउस न्यू बस स्टेंड पटना को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में चयनित किया है.
दूसरे बैच के लिए 60-60 प्रतिभागियों का चयन किया जायेगा
एससीइआरटी की तरफ से निर्धारित शर्तों के अनुसार भोजन एवं आवासन की सुविधा के साथ आवंटित प्रतिभागियों पहले और दूसरे बैच के लिए 60-60 प्रतिभागियों का चयन किया जायेगा. इनके लिए प्रशिक्षण की तमाम सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. प्रशिक्षण के लिए योगा और शारीरिक प्रशिक्षण के लिए समुचित स्थल भी इन्हीं होटलों में निर्धारित किये जायेंगे. प्रत्येक होटल में 120 से 60 प्रतिभागियों के हिसाब से 780 शिक्षकों को आवासीय प्रशिक्षण दिया जाना है.
इस बात की दी जायेगी ट्रेनिंग
इसके अलावा जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश है कि काउंसिलिंग में सफल अभ्यर्थियों की सूची संबंधित ट्रेनिंग कॉलेजों के प्राचार्यों को देंगे. साथ ही सफल अभ्यर्थियों को भी इसकी सूचना देंगे. इस ट्रेनिंग में नव नियुक्त शिक्षकों को स्कूल में बच्चों के साथ उनके वर्ताव और दूसरे तकनीकी पहलुओं से अवगत कराया जायेगा. इस ट्रेनिंग के लिए विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों से अवकाश प्राप्त प्राध्यापकों का भी चयन किया गया है.