समस्तीपुर के बासुकीनाथ झा को मैथिली भाषा के लिए मिला वर्ष 2023 का साहित्य अकादमी पुरस्कार, CM नीतीश ने दी बधाई
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साहित्यकार प्रो डा. बासुकीनाथ को मैथिली भाषा के लिए साहित्य अकादमी का पुरस्कार दिये जाने की घोषणा के बाद बधाइयों का तंता लगा हुआ है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बधाई और शुभकामऩाएं दी है.
सुप्रसिद्ध मैथिली रचनाकार एवं समस्तीपुर जिले के निवासी श्री बासुकीनाथ झा जी को वर्ष 2023 का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलने पर बधाई एवं शुभकामनाएं। उन्हें मैथिली निबंध संग्रह ‘बोध-संकेतन’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार-2023 दिया गया है। यह बिहार के लिए बेहद गौरव की बात है। नई पीढ़ी…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) December 21, 2023
सीएम नीतीश कुमार ने शुभकामना संदेश में कहा है कि यह बिहार के लिये बेहद ही गौरव की बात है.बिहार के सपूत को मैथिली साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलना नई पीढ़ी को प्रेरणा प्रदान करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार से ताल्लुक रखनेवाले रचनाकार की इस उपलब्धि पर संपूर्ण बिहारवासियों को गर्व है. बताते चलें कि साहित्य अकादमी ने वर्ष 2023 के लिए अलग-अलग पुरस्कारों की घोषणा की है. मैथिली भाषा के लिए प्रो.डा. बासुकीनाथ झा को उनके निबंध संग्रह ”बोध -संकेतन” के लिये पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है.
गौरतलब है कि प्रो.झा मगध विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत थे. वहां से सेवा निवृत्ति के बाद साहित्य सृजन में लगातार लगे हुए हैं. वे कई मैथिली साहित्य और साहित्यिक संस्थानों से जुड़े हुए हैं.
मूलत: बिहार के समस्तीपुर जिले के पटसा के रहने वाले प्रो. झा को इससे पहले भी बिहार सरकार द्वारा ग्रियर्सन पुरस्कार,अमेरिकन बायोग्राफिकल इंस्टीट्यूट के मैन ऑफ द इयर पुरस्कार और मिथिला विभूति सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. ”बोध -संकेतन” मुख्य रूप से उनके द्वारा विभिन्न किताबों के लिये लिखे गये भूमिका का संकलन है.
साहित्य अकादमी सम्मान 24 भाषाओं में दिया जाता है. पुरस्कार अगले वर्ष 12 मार्च 2024 को कमानी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किए जाएंगे. साहित्यकारों को एक लाख रुपये की धनराशि, उत्कीर्ण ताम्रफलक और शॉल प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा. ये पुस्कार एक जनवरी 2017 से 31 दिसंबर 2021 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों पर दिए गए हैं.