बिहार: 4 दिन बाद रोता मिला अगवा मुंशी, नक्सलियों ने किया था अपहरण; 30 लाख रुपये की मांगी थी फिरौती
गया जिले के लुटुआ थाने के असुराइन पुल के पास से अपह्त मुंशी शाहबाज खान गुरुवार की रात बांकेबाजार में मिल गया। गुरुवार की रात करीब आठ बजे शाहबाज खान बांकेबाजार के बाबाधाम न्यू एरिया में अकेले बैठे रो रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों की नजर शाहबाज खान पर पड़ी। ग्रामीणों ने देखते ही पुलिस को मुंशी शाहबाज खाने के बारे में सूचना दी। गौरतलब है कि मुंशी शाहबाज खान का भाकपा-माओवादी नक्सलियों ने रविवार को रात अपहरण कर लिया था। अपहरण करने के बाद उसे छोड़ने के एवज में 30 लाख फिरौती की मांग की गई थी। वहीं, उसके खोजबीन के लिए पिछले चार दिनों से पुलिस छापेमारी अभियान चला रही थी। पुलिस की ओर से मुंशी के बारे में सूचना देने वाले को 25000 रुपये का इनाम देने की घोषणा भी कर रखी थी।
पुल निर्माण में लगे मुंशी से मांगी थी फिरौती
जानकारी के मुताबिक, असुराइन के पास करीब पांच करोड़ की लागत से एक पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस पुल का निर्माण शैल कंस्ट्रक्शन कंपनी करवा रही है। बीते छह महीने से पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। पुल निर्माण होने से असुराइन गांव से भुसिया, झाझ, नागोबार का मार्ग जोड़ा जा सकेगा। पुल निर्माण पर रोक लगाने के लिए पहले भी नक्सलियों की ओर से पर्चा चस्पा किया जा चुका था, लेकिन निर्माण कार्य जारी थी। इस बीच, बीते रविवार को नक्सलियों ने निर्माण कार्य में लगे मुंशी एवं दो गार्ड को अगवा कर लिया। अगवा करने के बाद दूर दराज के जंगल में दोनों गार्डों को मारपीट कर छोड़ दिया, लेकिन मुंशी को फिरौती देने की एवज में छोड़ने की बात कही गई। हथियारबंद नक्सलियों ने चेतावनी भी दी थी कि अगर रकम नहीं मिली तो मुंशी को जान से मार देंगे। अपहृत मुंशी शाहबाज खान झारखंड के धनबाद का रहने वाला बताया है।
बरामद मुंशी से हो रही पूछताछ
नक्सलियों के चंगुल से मुक्त हुए मुंशी शाहबाज खान से बांकेबाजार थाना में एसएसपी आशीष भारती, सीटी एसपी और अभियान एसपी मुकेश सेवरिया ने लंबी पूछताछ कर रही है। बांकेबाजार थाना पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। थाना के आसपास पुलिसकर्मियों की चहल-पहल बढ़ी थी।
मुंशी को तलाशने के लिए लगी थी पुलिस की टीमें
नक्सलियों से मुंशी को मुक्त करने के लिए पुलिस की कई टीमें पिछले रविवार से लगी हुई थी। अपहरण की घटना के बाद पुलिस ने लुटुआ व उसके आसपास जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। एसटीजी, कोबरा व सीआरपीएफ जवान के साथ जिला पुलिस के जवान लुटुआ जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे।
बरामद मुंशी के परिवार ने ली राहत की सांस
असुराइन से अपहरण किए गए मुंशी शाहबाज खान की सकुशल बरामदगी होने पर उसके परिवार वालों ने राहत की सांस ली है। बरामद की सूचना पर मुंशी के परिजन बांकेबाजार थाना पहुंचे थे। सभी के आंखों में खुशी के आंसू थे। बतादें कि, मुंशी शाहबाज खान का इस महीने के पहले हफ्ते में शादी हुई थी।
पहाड़ी इलाकों में छुपाकर रखा था मुंशी को
नक्सल अभियान एसपी मुकेश सेवरिया ने बताया कि अपहरण किए गए मुंशी को लुटुआ-सोनदाहा के हरदिया और डुमरी जंगल के पहाड़ी इलाकों में छुपाकर रखा गया था। पुलिस की लगातार बढ़ती दबिश के बाद नक्सलियों ने मुंशी शाहबाज खान को मुक्त कर दिया। अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए जंगलों में लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
लुटुआ मामले में अपहृत मुंशी को बांकेबाजार से ही सकुशल बरामद कर लिया गया है। अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
– आशीष भारती, एसएसपी, गया।