3 लाख के ईनामी मोस्ट-वांटेड रमेश ठाकुर को आज मीडिया के सामनें लाएगी समस्तीपुर पुलिस, सोना लूटकांड को लेकर बेउर जेल में बंद पुल्लू सिंह तक जुड़े हैं तार
विदेशों में भी जाकर रमेश ठाकुर लूटता था सोना, नेपाली जेल में दो साल रहा बंद
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समस्तीपुर :- हत्या, लूट व डकैती समेत कई मामलों में वांछित चल रहा तीन लाख रूपये के ईनामी कुख्यात रमेश ठाकुर को जिला एसआईटी व डीआईयू की टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया है। समस्तीपुर पुलिस को उसने कई राज भी बताए हैं जो चौंकाने वाले है। जिले से होकर गुजरने वाली नेशनल हाईवे किनारे एक थाने में रखकर उससे गहन पूछताछ की गई है। समस्तीपुर पुलिस कप्तान विनय तिवारी ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि बीते दिन उसे गिरफ्तार किया गया था, जिससे गहन पूछताछ की गई है। उसने अपने कई साथियों के बारे में भी पुलिस को बताया है।
वह कल्याणपुर थाना क्षेत्र के लदौरा निवासी महेन्द्र ठाकुर का पुत्र है। रमेश ठाकुर पर कल्याणपुर व मुफस्सिल थाने में भी कई मामले दर्ज हैं। वह कई जगहों पर सोना लूट कांड में भी शामिल रहा है। बेउर जेल में बंद सोना लूटकांड का सरगना पुल्लू सिंह के गिरोह में शामिल होकर रमेश ठाकुर ने कई जगहों पर सोना लूटकांड की घटना को भी अंजाम दे चुका है। पिछले साल झारखंड के धनबाद में मुथूट फाइनेंस लूटकांड मामले में भी वह शामिल था। इस लूट कांड का मास्टरमाइंड पुल्लू सिंह ही था, जिसके इशारे पर 5 लूटेरे मुथूट फाइनेंस को लूटने पहुंचे थे। इस दौरान पुल्लू सिंह जेल से ही फोन के द्वारा सभी को गाइड कर रहा था।
धनबाद के मुथुट फाइनेंस बैंक में डकैती करने पहुंचे 5 बदमाशों में से एक को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था जबकी 2 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं 2 बदमाश जो मौके से भागने में कामयाब हुए थे उसमें से एक रमेश ठाकुर भी था। अब समस्तीपुर पुलिस द्वारा तीन लाख का ईनामी मोस्ट वांटेड रमेश ठाकुर को सुपौल से गिरफ्तार करने की चर्चा है। हालांकि आज होने वाले प्रेस वार्ता में पुलिस कप्तान गिरफ्तारी को लेकर ब्रीफ करेंगे।
दो वर्षों तक नेपाल जेल में रहे रमेश ठाकुर पर दर्ज हैं कई मामले :
सोना लूट मामले में दो वर्षों तक नेपाल जेल में सजा काट चुके शातिर रमेश ठाकुर पर विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुछ वर्ष पहले कल्याणुपर थाना क्षेत्र के लदौरा में रंगबाजी नहीं देने पर एक पिता पुत्र को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। वहीं मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पाहेपुर में दो गुटों के बीच हुए गैंगवार में रमेश ठाकुर के सहयोगी सुनील सहनी की हत्या कर दी गई। हालांकि, रमेश ठाकुर वहां से किसी तरह जान बचाकर भाग निकला। मृतक सुनील के परिजनों ने रमेश ठाकुर पर ही हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। रमेश ठाकुर और सुनील सहनी में गहरी मित्रता थी। सोना लूट के एक मामले में दोनों दो वर्षों तक नेपाल के जेल में रहे थे। रमेश ठाकुर कल्याणपुर थानाकांड संख्या 231/18, 266/19 तथा मुफस्सिल थाना कांड संख्या 319/19 का आरोपित है।