श्राद्ध के भोज और कर्मकांड के पैसों से ग्रीन कॉरिडोर बनाने की शुरुआत, अब मांगलिक कार्य के साथ ही श्राद्ध पर भी लगेगा पेड़
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समस्तीपुर/मोहिउद्दीननगर :- समस्तीपुर जिले का रामचंद्रपुर दशहरा गांव पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपनी अलग ही छाप छोड़ रहा है। गांव के लोग बेटी की शादी के मौके पर पेड़ तो लगाते ही थे अब श्राद्ध के मौके पर भी पेड़ लगाने की शुरुआत की है। पर्यावरण के क्षेत्र में समाज सेवी सुजीत कुमार भगत ने शिक्षाविद् पिता स्व. गणेश प्रसाद भगत की बरसी पर भोज और कर्मकांड के लिए जमा किए गए पैसे से ग्रीन नीम कॉरिडोर की शुरुआत की है।
गांव से गुजरने वाली मुख्य पथ पर दोनों ओर पांच किलोमीटर तक नीम के पेड़ लगाने की शुरुआत की गई है। इसको लेकर लगभग 5 हजार पेड़ लगाने की योजना है। पेड़ की सुरक्षा के लिए जाल भी लगाए जाएंगे, ताकि पेड़ सुरक्षित रहें। साथ ही इलाके का वातावरण शुद्ध तो हो ही वहीं समाज में भी एक संदेश पर्यावरण सुरक्षा को लेकर जाए। सुजीत भगत ने कहा कि मांगलिक कार्य और श्राद्ध के मौके पर पेड़ लगाने के पीछे का उद्देश्य है कि लोगों को पेड़ के प्रति जुड़ाव हो। वह पेड़ लगाने के साथ ही उसकी अपने बच्चों की तरह सेवा करें।
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