मजदूरी करके पढ़ाया, सरकारी नौकरी लगते ही पत्नी ने दिखा दिया असली रंग: बिहार में ज्योति मौर्य जैसा मामला
कुछ समय पहले आए उत्तर प्रदेश की ज्योति मौर्या का मामला पूरे देश में सुर्खियां बटोरता रहा है. इसी तरह का एक मामला अब बिहार के बेगूसराय से सामने आया है. जहां जिले के बखरी में कलयुगी पत्नी ने सरकारी नौकरी मिलते ही अपने पति के साथ रहने से इनकार कर दिया. मामला बखरी थाना क्षेत्र के डरहा गांव का है.
मिली जानकारी के अनुसार डरहा गांव के पृथ्वी राय के 30 वर्षीय पुत्र विजय कुमार की शादी 15 जून 2013 को बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के सनहा गांव के राम विनय राय की पुत्री रोशनी कुमारी के साथ हुई थी. शादी के बाद रोशनी ने अपनी पढ़ाई करने की इच्छा जताई. जिसके बाद उसके पति विजय ने उसे पूरी आजादी के साथ पढ़ाई करने दिया. उसकी पढ़ाई का कुछ खर्च उठाने लगे.
पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए पति ने स्थानीय धर्म कांटा पर मामूली से रकम पर नौकरी शुरू कर दी. जिसके बाद समय बीतता गया और विजय और रोशनी के मन की मुराद पूरी हो गई. रोशनी को सरकारी नौकरी मिलने से विजय फूले नहीं समा रहा था. अक्टूबर 2022 में बिहार पुलिस में सिपाही के तौर पर उसकी बहाली हो गई. बहाली के बाद 15 अक्टूबर 2022 को रोशनी बिहार पुलिस के सिपाही पद पर जॉइन करती है. ट्रेनिंग पर जाने से पहले अपने पति को अपना ख्याल रखने एवं जल्द मिलने की बात कह कर वह अपनी ट्रेनिंग को पूरा करने के लिए चली जाती है. ट्रेनिंग के दौरान उन दोनों की बीच की दूरियां दिन प्रतिदिन बढ़ती गई. बातें कम होती गई और फिर एक वक्त ऐसा आया जब रोशनी ने साफ तौर पर यह कहकर विजय से दूरी बना ली.
विजय को झटका तब लगा जब रोशनी ने शादी के 11 साल ये कहा कि हमें तुम्हारे साथ नहीं रहना है. इतना सुनते ही विजय पर मानो पहाड़ सा टूट पड़ा. वह अपने स्तर से रोशनी को मनाने के लिए पूरी कोशिश करने लगा लेकिन रोशनी मानने को तैयार नहीं है. वहीं रोशनी के पिता और भाई विजय से तलाक दिलाने के लिए दबाव बनाने लगे. इसी बीच शनिवार की दोपहर रोशनी अपने पिता और भाई के साथ विजय के घर बिरहा पहुंचती है. जहां वह विजय से तलाक देने की बात होती है. इसके बाद विजय और उसके परिजन रोशनी को जाने से रोकने लगते है. लगभग एक घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता हैं. मामले की जानकारी मिलते ही बखरी पुलिस दोनों पक्षों को थाना लेकर चली है.