समस्तीपुर में किसान की बेटी अर्चना बनी ड्रग इंस्पेक्टर, गांव में हर्ष का माहौल
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समस्तीपुर/विभूतिपुर [विनय भूषण] :- “कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों” – दुष्यंत कुमार की यह पंक्ति खदियाही गांव निवासी रामविलास मेहता (किसान) और स्व. हीरा कुमारी (पुस्तकालयध्यक्ष) की बड़ी पुत्री अर्चना कुमारी पर सटीक बैठती है। इसने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में ड्रग इंस्पेक्टर पद पर अंतिम रुप से चयनित होकर ना सिर्फ स्वजनों को बेशुमार खुशी दी है बल्कि, अपने जिला का नाम भी राज्य स्तर पर रोशन किया है।
शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने वाली सिंघियाघाट की निश्शुल्क ‘शहीद संजीत स्मृति क्लब’ से जुड़ी अर्चना कुमारी बताती हैं कि इनकी प्रारंभिक शिक्षा यूसीए सिंघियाघाट, मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय बिरौली से हुई थी। इसके बाद उसने गवर्मेंट फॉर्मेसी इंस्टीच्यूट पटना से बी फॉर्मा की पढ़ाई पूरी की थी। कहते हैं कि जीवन में संघर्ष के दौर से गुजरते हुए जब आयोग फतह की सोच बनाई तो रास्ते में चुनौतियां बहुत थी। कड़ी मेहनत, सच्ची लगन और मजबूत इरादों ने भरपुर साथ दिया। आज जब ड्रग इंस्पेक्टर बनी हैं तो स्वजन गदगद हैं।
ये बताती हैं कि इनके भाई अभिनव रंजन मध्य विद्यालय सुरौली में शिक्षक हैं। दूसरे भाई आदित्य रंजन और बहन प्रिया भारती अध्ययनरत हैं। इनकी मानें तो खेती-किसानी और छोटे-मोटे कारोबार करने वाले पिता की छत्रछाया पाकर ये मंजिल की तरफ कदम बढ़ाते रहे। इनकी मां रानी राजकिशोरी बालिका उच्च विद्यालय नरहन में पुस्तकालयध्यक्ष रही थी। जिनकी मौत करीब 9 वर्ष पूर्व हो गई। तब से विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। ‘शहीद संजीत स्मृति क्लब’ के संचालक और रिश्ते में ममेरे भाई अमरदीप कुमार हौसला बढाते रहे।
सूदूर ग्रामीण इलाके की अर्चना की सफलता पर विधायक अजय कुमार, पूर्व प्रमुख रुपांजलि कुमारी, भाजपा नेता अरविंद कुमार कुशवाहा, अर्जून कुमार, लक्ष्मी महतो, निर्मला देवी, नीतू कुमारी, खुशबू कुमारी, रंजीत कुमार, शिक्षक राम पुकार महतो, संजय कुमार, विकास भारती समेत दर्जनों लोगों ने बधाई दी है।