बिना बेहोश किए ओपन हार्ट सर्जरी, 80 साल का मरीज सुनता रहा हनुमान चालीसा, IGIMS में अनोखा ऑपरेशन
पटना के आईजीआईएमएस में बुजुर्ग मरीज को बेहोश किए बिना पहली बार ओपेन हार्ट सर्जरी की गई। लगभग डेढ़ घंटे की सर्जरी के दौरान दरभंगा के कुशेश्वर स्थान निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग हनुमान चालीसा सुनते रहे और बीच-बीच में डॉक्टरों से बात करते रहे। यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। अब मरीज की हालत स्थिर है। यह ऑपरेशन अस्पताल के सीटीवीएस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शील अवनीश और उनकी टीम ने किया।
इस टीम में सीटीवीएस डॉ. तुषार कुमार, डॉ. अभिनव, डॉ. समर, एनेस्थिसिया के हेड डॉ. पीके दुबे, डॉ. आलोक भारती, डॉ. आलोक कुमार, विशेषज्ञ नर्सिंग स्टाफ श्वेता कुमारी, कुमारी ज्योतसना, परफ्यूसनिस्ट प्रियांशु प्रिया, सैयद शाहरुख और दिया प्रकाश शामिल थे। डॉ. शील अवनीश ने बताया कि 80 वर्षीय बुजुर्ग डायबिटीज, किडनी, फेफड़े और अस्थमा की बीमारी से भी ग्रसित थे। इनके हार्ट के दो नसों में 99 प्रतिशत ब्लॉकेज था।
राज्यभर के कई सरकारी और निजी अस्पताल में मरीज की स्थिति को देखकर ऑपरेशन नहीं किया गया। यह ऑपरेशन सिर्फ हार्ट के सीएबीजी विधि से ही संभव था। आपको बता दें पूर्वी भारत में पहली बार डॉक्टरों ने इस तरह का जटिल ऑपरेशन किया है। आयुष्मान योजना के तहत नि:शुल्क इलाज हुआ है, और मरीज की हालत स्थिर है।
पूरे विश्व में 10 लाख मरीजों में से एक मरीज के इस तरह के ऑपरेशन की जरूरत होती है। बताया कि इस तरह के ऑपरेशन में जोखिम भी बहुत था। मरीज को वेंटिलेटर पर नहीं रखा गया था। बहुत ही अनुभवी सर्जनों और विशेषज्ञ एनेस्थिसिया की टीम होने से ही यह संभव हो सकता है। ऑपरेशन के दो घंटे के बाद मरीज को सामान्य भोजन भी दिया गया। उनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। तीन-चार दिनों में अस्पताल से मरीज को छुट्टी भी मिल जाएगी। इस दुर्लभ सर्जरी के सफल होने पर आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ. बिंदे कुमार, उपनिदेशक डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने पूरी टीम को बधाई दी है।