Crowdstrike के अपडेट से माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस ठप: दुनियाभर में 1400 फ्लाइट कैंसिल; बैंक, स्टॉक मार्केट और टीवी चैनल पर भी असर
माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विसेज में दिक्कत से शुक्रवार (19 जुलाई) को दुनियाभर में एयरलाइंस, टीवी टेलिकास्ट, बैंकिंग और कई कार्पोरेट कंपनियों के कामकाज पर असर पड़ा है। अमेरिका, ब्रिटेन और भारत जैसे कई देशों में 1400 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं। वहीं 3 हजार विमानों ने देरी से उड़ान भरी।
भारत में, 5 एयरलाइन- इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर, विस्तारा और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बताया कि उनकी बुकिंग, चेक-इन और फ्लाइट अपडेट सर्विस इस तकनीकी समस्या से प्रभावित हुई है। एयरपोर्ट पर लोग सर्विसेज नहीं मिलने से परेशान हो रहे हैं।
हैदराबाद और बेंगलुरु में ज्यादातर कॉर्पोरेट कंपनीज में वायरस अटैक की बात कही जा रही है। सिस्टम ब्लू स्क्रीन में आने के बाद रीस्टार्ट हो रहे हैं। हैदराबाद में कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को अगले 2 घंटे तक सिस्टम ऑफ करने को कहा है।
क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस ठप हुई
दुनिया भर में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के कुछ यूजर्स को अपने लैपटॉप पर नीली स्क्रीन दिखाई दे रही है। इससे उनके सिस्टम ऑटोमैटिकली रीस्टार्ट या शटडाउन हो गए हैं। डेल टेक्नोलॉजीज ने कहा कि यह समस्या हालिया क्राउडस्ट्राइक अपडेट के कारण हुई है। CrowdSrike एक साइबर सिक्योरिटी प्लेटफ़ॉर्म है जो यूजर्स को सिक्योरिटी सॉल्यूशन देता है।
क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, “हमें समस्या की जानकारी है और हमने कई टीमों को इसे सुलझाने में लगाया है। हमने इसके कारण का पता लगा लिया है।” इससे वहीं यूजर प्रभावित हुए हैं जो माइक्रोसॉफ्ट एज्योर का इस्तेमाल करते हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर
माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है। ये एप्लिकेशन और सर्विसेज को बनाने, डिप्लॉय और मैनेज करने का काम करता है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर है, जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और वन नोट जैसे लोकप्रिय एप्लिकेशन शामिल हैं।
सिस्टम क्रैश होने पर आती है ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एक क्रिटिकल एरर स्क्रीन है जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है जब सिस्टम किसी गंभीर समस्या के कारण क्रैश हो जाता है जो इसे सुरक्षित रूप से काम करने से रोकता है। जब यह एरर होता है, तो कंप्यूटर ऑटोमेटिकली रिस्टार्ट हो जाता है, और जो डेटा सेव नहीं किया गया है उसके खो जाने की संभावना होती है।