समस्तीपुर एसपी ने सरायरंजन थानाध्यक्ष को किया निलंबित, कारवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप; अब आगे किसकी थानेदारी जाएगी ?
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए सरायरंजन थाना अध्यक्ष रविकांत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई सदर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडे के रिपोर्ट पर की गई है।
किस आरोप में हुई कार्यवाई?
थानाध्यक्ष पर थाने में निजी डाटा एंट्री ऑपरेटर को रखने का आरोप है जिसे रंगेहाथों कंप्यूटर कक्ष में पकड़ा गया है। बता दें की एसपी विनय तिवारी के निर्देश पर सभी एसडीपीओ द्वारा अपने-अपने अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानाओं का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। खुद एसपी भी औचक निरीक्षण के लिये कहीं भी निकल जा रहे है। इसी हफ्ते उन्होंने नगर थाना, रोसड़ा थाना और खानपुर थाना का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान थाने में मासिक कार्य विवरणी, मालखाना, चार्जशीट, स्टेशन डायरी समेत अभिलेखों की जांच की जाती है। साथ ही हत्या, लूट, डकैती, जैसी संगीन आपराधिक घटनाएं व लंबित मामलों को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिये जाते हैं। इसी क्रम में एसपी विनय तिवारी के निर्देश पर एसडीपीओ सदर-1 संजय कुमार पांडेय जब सरायरंजन थाना पहुंचे तो कंप्यूटर कक्ष में डाटा एंट्री ऑपरेटर के कमरे में एक बाहरी व्यक्ति को काम करते हुए देखा गया।
एसडीपीओ ने जब उससे पूछताछ की, कि वह यहां क्या कर रहा है तो उसने बताया कि वह यहां निजी तौर पर डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम करता है। जबकि थाने में पहले से सरकारी डाटा एंट्री ऑपरेटर भी है। निजी व्यक्ति के कारण थाने की गोपनीय दस्तावेज व जानकारी बाहर भी साझा की जा सकती है जिस कारण सीडीपीओ-1 ने थाना अध्यक्ष के खिलाफ एसपी को रिपोर्ट कर दी। एसपी ने भी एसडीपीओ-1 की रिपोर्ट को सही पाते हुए तत्काल प्रभाव से सरायरंजन थानाध्यक्ष रविकांत कुमार को निलंबित कर दिया है। फिलहाल थाने की कमान वहां के अपर थानाध्यक्ष के जिम्मे रहेगी। एसपी ने बताया कि जल्द ही वहां नये थानाध्यक्ष की पोस्टिंग कर दी जाएगी।
बता दें कि एसपी ने पिछले हफ्ते ही हलई थाना अध्यक्ष को भी कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया था। अन्य थाना प्रभारी के खिलाफ भी मिल रही शिकायत को एसपी के द्वारा गोपनीय स्तर से जांच करवाई जा रही है। जो भी थाना अध्यक्ष कार्य में लापरवाही बरतते हुए पाए जाएंगे तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल एसपी के द्वारा ताबड़तोड़ हो रही कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
एसडीपीओ-1 द्वारा निरीक्षण के क्रम में जो बातें प्रकाश में आई है उनमें :
- थाना में अनुपस्थित पुलिस पदाधिकारी के संबंध में थानाध्यक्ष को जानकारी नहीं थी
- थाना में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी पर थाना अध्यक्ष का नियंत्रण नहीं था
- पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के आदेश का उनके द्वारा अनुपालन नहीं किया जा रहा था
- थाना में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी के कार्य बंटवारा हेतु निर्गत जिलादेश का अनुपालन नहीं किया जा रहा था
- वहीं थाना के सिरिसता/कंप्यूटरकक्ष में एक निजी आदमी से कार्य लिया जा रहा था