बिहार के DGP बनने के बाद आलोक राज पहुंचे अपने पैतृक गांव, मंदिर में की पूजा, मजार पर चढ़ाई चादर
बिहार के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) आलोक राज पदभार संभालने के बाद पहली बार रविवार को मुजफ्फरपुर स्थित अपने पैतृक आवास गोपालपुर नेउरा पहुंचे. जहां स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. अपने दौरे के दौरान उन्होंने अपने परिजनों से मुलाकात करने के बाद सबसे पहले कुल देवता, ग्राम देवता और शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की.
मजार पर चढ़ाई चादर
मंदिर में पूजा करने के बाद डीजीपी ने गांव के मजार पर चादरपोशी की, जो उनके धार्मिक और सांस्कृतिक जुड़ाव को दर्शाता है. इस धार्मिक अनुष्ठान के बाद, वे माड़ीपुर स्थित सर्किट हाउस पहुंचे, जहां जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी राकेश राकेश ने उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया.
पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
सर्किट हाउस से आलोक राज सीधे एसएसपी कार्यालय पहुंचे, जहां जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक कर रहे हैं. बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में अपराध नियंत्रण और पुलिसिंग को और प्रभावी बनाने के तरीकों पर चर्चा करना था. इस बैठक में जिले की वर्तमान अपराध स्थिति, पुलिसिंग की चुनौतियों और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की समीक्षा की गई.
बेहतर पुलिसिंग को लेकर होगी चर्चा
डीजीपी आलोक राज ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले में आने का उनका मुख्य उद्देश्य पुलिस बल का मनोबल ऊंचा करना और उनके उत्साह को बढ़ाना है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बेहतर पुलिसिंग और अपराध नियंत्रण के लिए कार्रवाई कैसे की जाए, इसके साथ कई और बिंदुओं पर चर्चा होगी. सभी विषयों पर चर्चा कर कार्य योजना बनाई जाएगी.