निर्माणाधीन बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु के संपर्क पथ में दो पिलरों के बीच का स्पेन धराशायी, रात के अंधेरे में लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
समस्तीपुर/पटोरी :- बख्तियारपुर- ताजपुर के बीच निर्माणाधीन गंगा महासेतु के संपर्क पथ में नंदनी लगुनियां रेलवे स्टेशन के उत्तर में दो पिलरों के बीच लगाया गया स्पेन रविवार शाम गिरकर धराशायी हो गया। इसके कारण पुल निर्माण करने वाली नवयुगा इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई है। रात के अंधेरे में लाइट जलाकर कंपनी के अधिकारी व कर्मी जेसीबी की मदद से धराशायी स्पैन के मलवे को मिट्टी के अंदर दबाकर साक्ष्य को मिटाने में लगे हुए हैं। वहीं प्रोजेक्ट मैनेजर जोसेफ ने बताया उक्त स्लैब में गड़बड़ी आ गयी थी, जिससे उसे गिराया गया है। स्लैब अपने से नहीं गिरा है।
ज्ञात हो कि शाहपुर पटोरी एवं मोहिउद्दीननगर के बीच नंदिनी लगुनियां रेलवे स्टेशन के समीप रेल लाइन के ऊपर इस महासेतु के संपर्क पथ का निर्माण हो रहा है। कुछ माह पूर्व इनके पिलरों पर स्पैन चढ़ाएं गए थे। रविवार की शाम रेल लाइन के उत्तरी हिस्से में दो पिलरों पर अवस्थित यह स्पैन गिरकर धराशायी हो गया। इससे पुल की गुणवत्ता पर भी प्रश्न चिह्न लग गया है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2011 में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में बख्तियारपुर – ताजपुर गंगा महासेतु की आधारशिला रखी थी। लगभग 45 किलोमीटर लंबे संपर्क पथ एवं 5.575 किलोमीटर लंबे नदी पुल के निर्माण में कुल 1603 करोड रुपए खर्च किए जाने हैं। अब तक पुल का लगभग 60 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है। जिसमें लगभग 1000 करोड रुपए से अधिक खर्च किए जा चुके हैं।
इस पुल का निर्माण वर्ष 2016 में ही हो जाना था परंतु वर्ष 2024 में भी यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। महासेतु के निर्माण में 307.50 करोड़ रूपए राज्य सरकार द्वारा एवं 277.50 करोड रुपए केंद्र सरकार द्वारा खर्च किए जाने हैं।