एक क्लिक पर 3.21 लाख खातों में पहुंचे 7-7 हजार, नीतीश ने बाढ़ राहत के दूसरे चरण में 225 करोड़ भेजा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 18 जिलों के 3.21 लाख लाभुकों के खाते में 7-7 हजार रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी। गुरुवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में आयोजत कार्यक्रम में उन्होंने भुगतान का माउस क्लिक कर दूसरे चरण के लाभुकों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के द्वारा 225.25 करोड़ रुपए की राशि भेजी। मुख्यमंत्री द्वारा प्रथम चरण में 4 लाख 38 हजार 529 परिवारों के खाते में 306.97 करोड़ रुपए भेजे गए थे। आज दूसरे चरण में 3 लाख 21 हजार 792 परिवारों के खाते में 225.25 करोड़ भेजे गए। इस प्रकार अबतक कुल 7 लाख 60 हजार 321 परिवारों के खाते में 532.22 करोड़ रुपए भेजे गए।
इस क्रम में मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को फसल क्षति की राशि दीपावली के पहले उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कहा कि बाढ़ के दौरान जिन किसानों की फसल क्षति हुई है, उसमें कोई छूटें नहीं। सभी प्रभावित परिवारों को राशि अवश्य मिल जाय। कृषि विभाग इसके लिये तेजी से काम करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के लिये सरकार कृतसंकल्पित है। सरकार में आने के बाद से आपदा पीड़ितों की सहायता के लिये हमलोग लगातार तत्पर रहते हैं। किसानों को सभी प्रकार की सुविधायें देने के लिये सरकार लगातार काम कर रही है।
490 करोड़ की फसल बर्बाद
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग की संयुक्त सचिव साहिला ने बताया कि द्वितीय चरण में बिहार के 18 जिले प्रभावित हुये हैं। बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ बाढ़ आपदा प्रबंधन मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सभी कार्रवाई की गयी है और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।
कृषि विभाग के विशेष सचिव वीरेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया कि प्रथम चरण में आयी बाढ़ से 16 जिले का जबकि दूसरे चरण में आयी बाढ़ के कारण 16 जिलों का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इससे किसानों की फसल क्षति हुई है। प्रथम चरण के लिये फसल क्षति के रूप में 229 करोड़ तथा द्वितीय चरण के लिये 261 करोड़ रूपये का आकलन किया गया है। प्रथम चरण के लिये फसल क्षति की 229 करोड़ रूपये की राशि विभाग को प्राप्त हो गयी है।
ये थे मौजूद
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, आपदा प्रबंधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार व कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह।