शिक्षा विभाग के ACS एस सिद्धार्थ ने अचानक समस्तीपुर के इस स्कूल में हेडमास्टर को किया वीडियो कॉल, जानें उन्होंने क्या कुछ कहा…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
समस्तीपुर :- बिहार में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों से संवाद की नई पहल की है। आज बुधवार को उन्होंने समस्तीपुर जिले के उत्क्रमित मध्य विधालय लगुनियाँ सूर्यकण्ठ स्कूल के प्रधानाध्यापक सौरभ कुमार से वीडियो कॉल पर बातचीत की। साथ ही स्कूल में संचालित होने बाले बाल संसद के बच्चों से भी बातचीत। वीडियो कॉल पर बातचीत के दौरान बाल संसद के बच्चों स्कूल ड्रेस कोड में स्वेटर को शामिल करने की बात रखी।
प्रधानाध्यापक सौरभ कुमार ने बताया कि एसीएस अपने खास कार्यक्रम ‘चलो शिक्षा की बात करते हैं’ के जरिये बच्चों के द्वारा भेजे गए मेल और पत्रों को संज्ञान में लेते हैं। उसी कार्यक्रम के तहत बच्चों ने उन्हें एक मेल किया था। इस संदर्भ में आज उन्होंने वीडियो कॉल किया था। जिसमें आठवीं वर्ग के तीन छात्रोंओ से बातचीत की। बच्चों ने ड्रेस कोड की समस्या के बारे में बताया और उनसे ठंड के मौसम में एक रंग के स्वेटर को ड्रेस कोड में शामिल करने की मांग रखी।
बच्चों ने ACS को पत्र लिखकर भेजा तो एस सिद्धार्थ ने समस्तीपुर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, लगुनियाँ सूर्यकंठ में लगा दिया वीडियो कॉल; बाल संसद के बच्चों से भी की बात, देखिये क्या कुछ पूछा..#samastipur #Education pic.twitter.com/RBEeqbNlPB
— Samastipur Town (@samastipurtown) December 18, 2024
वर्ग में बाल संसद के बच्चों ने अपने पदों का लगा टोकन ऑफ ऑनर पहन रखा था जिसकों लेकर उनसे जानकारी ली। एसीएस से वीडियो कॉल पर हुई बातचीत से बच्चे काफी उत्साहित थे। बच्चों ने बताया कि एसीएस सर ने हमलोगों से बात की, हमें काफी अच्छा लगा। बच्चों ने स्कूल में ड्रेस कोड को लेकर अपनी बात रखी। बता दें कि यह पहली बार था जब एसीएस ने समस्तीपुर जिले के किसी विद्यालय के शिक्षक और बच्चों से संवाद किया।
वीडियो कॉल किया तो उठाना अनिवार्य :
डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि उनके विभागीय मोबाइल नंबर से प्रतिदिन विद्यालय अवधि के दौरान प्रदेश के किन्हीं 10 विद्यालयों के शिक्षकों को फोन जाएगा। फोन वीडियो कॉल के रूप में जाएगा और इस वीडियो कॉल को उठाना अनिवार्य है। इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों को प्रोत्साहित करना और शिक्षा क्षेत्र में उनके नवाचारों को पहचान देना है।
बच्चों ने क्या कुछ कहा देखें वीडियो :
हेडमास्टर ने क्या कुछ कहा देखें वीडियो :