2020 में पीक हो गया, अब नीचे ही जाएंगे; तेजस्वी के अलविदा यात्रा बयान पर संजय झा का पलटवार, बता दी औकात?
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नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर राजनीति जारी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे नीतीश कुमार की अलविदा यात्रा बताया था। यात्रा के खर्च को लेकर तेजस्वी लगातार मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार और एनडीए पर हमला करते रहते हैं। अब जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय झा ने तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में राजद का पीक था। अब वे नीचे ही आएंगे। किसका अलविदा होगा यह जनता तय करेगी। उन्होंने तेजस्वी यादव को बिहार की चार सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव के परिणाम का आइना भी दिखाया।
पत्रकारों ने संजय झा से पूछा कि तेजस्वी यादव नीतीश कुमार की यात्रा को अलविदा यात्रा बता रहे हैं। इसके जवाब में जदयू नेता ने कहा कि अलविदा के लिए तो जनता मालिक है। जनता ही यह तय करती है कि किसको अलविदा कहना है। जो बोल रहे हैं उनका 2020 में पीक हो गया। अब उससे नीचे ही आएंगे। लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव का रिजल्ट उनके सामने है। पिछली बार 2020 में कुछ कन्फ्यूजन के कारण उनको फायदा हुआ और इतनी सीटें मिल गईं। लेकिन बिहार में उनका अपर लिमिट 25-30 से ज्यादा नहीं है। 2025 में जनता यह बता देगी।
नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा का पहला चरण 23 दिसम्बर से शुरू हो रहा है। सीएम अपनी यात्रा का आरंभ पश्चिमी चंपारण से करने जा रहे हैं। 24 दिसम्बर को वे पूर्वी चंपारण में प्रगति यात्रा पर रहेंगे और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे। 25 दिसम्बर को क्रिसमस की छुट्टी पर यात्रा नहीं होगी। उसके बाद 26 दिसम्बर को शिवहर एवं सीतामढ़ी, 27 दिसम्बर को मुजफ्फरपुर और 28 दिसम्बर को वैशाली की यात्रा पर रहेंगे।
28 दिसम्बर को प्रगति यात्रा का पहला चरण पूरा हो जाएगा। इस यात्रा पर 225 करोड़ की राशि खर्च होने वाली है। तेजस्वी यादव और लालू यादव इसे फिजूलखर्ची बता रहे हैं। नीतीश कुमार ने पहले इस यात्रा का नाम महिला संवाद यात्रा रखा था। लेकिन राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कह दिया कि यात्रा के बहाने आंख सेकने निकल रहे हैं। उसके बाद महिला संवाद यात्रा को थगित कर और प्रगति यात्रा का ऐलान कर दिया गया।