ASI की मौत के बाद ऐक्शन; हमले के वक्त सिपाही और चालक नहीं गए थे बचाने; थानाध्यक्ष, ओडी प्रभारी सहित 4 निलंबित
बिहार के मुंगेर जिले में एएसआई की मौत के बाद पुलिसवालों पर भी गाज गिरी है। मुफस्सिल थानान्तर्गत नंदलालपुर में शुक्रवार की देर शाम धारदार हथियार से हमला में घायल एएसआई संतोष कुमार सिंह की इलाज के दौरान मौत मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध भी कार्रवाई आरंभ कर दी गई है।
इस मामले में मुफस्सिल थानाध्यक्ष, शुक्रवार की शाम मुफस्सिल थाना में तैनात महिला ओडी प्रभारी के अलावा डायल 112 पर तैनात सिपाही और चालक को निलंबित किया गया है। मुफस्सिल थाना के एसएचओ चंदन कुमार को जहां मुंगेर प्रक्षेत्र के डीआईजी राकेश कुमार द्वारा निलंबित कर दिया गया है। वहीं मुफस्सिल थाना में शुक्रवार की शाम तैनात महिला ओडी प्रभारी के अलावा डायल 112 में तैनात सिपाही और वाहन चालक को मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद द्वारा निलंबित किया गया है।
डीआईजी राकेश कुमार ने बताया कि दारोगा की मौत मामले में कई पुलिस कर्मियों की कर्तव्य के प्रति सजग नहीं रहने का मामला सामने आया है। सभी लापरवाह पुलिस कर्मियों के विरुद्ध क्विक एक्शन लेकर कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल उनके स्तर से थानाध्यक्ष चंदन कुमार को तत्काल निलंबित किया गया है। थानाध्यक्ष डायल 112 वाहन की निगरानी में असफल रहे। जिसका नतीजा रहा कि झगड़ा की जानकारी मिलने पर डायल 112 पर तैनात एएसआई एक मात्र सिपाही के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। वहां जमकर झगड़ा होने की जानकारी के बावजूद पर्याप्त पुलिस नहीं भेजा।
सिपाही और चालक बचाव में सामने नहीं आए
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि जिस समय एएसआई संतोष कुमार सिंह पर झगड़ा कर रहे लोगों द्वारा हमला किया गया उस समय डायल 112 के सिपाही और चालक बचाव में सामने नहीं आए जो कर्तव्य के प्रति उनकी लापरवाही को दर्शाता है। इसके अलावा शुक्रवार की शाम मुफस्सिल थाना में तैनात ओडी प्रभारी की भी कर्तव्य के प्रति लापरवाही परिलक्षित हुई है। क्योंकि नंदलालपुर में शराब पीकर दो पक्ष के बीच जमकर झगड़ा होने की सूचना के बावजूद ओडी प्रभारी ने पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल वहां नहीं भेजा। मामले में कर्तव्य के प्रति लापरवाह महिला ओडी पदाधिकारी के अलावा डायल 112 वाहन के सिपाही और एक चालक को निलंबित किया गया है।