बिहार पुलिस का सिपाही ले रहा था 4.5 लाख रुपये की रिश्वत, पर ऐन मौके पर हो गया खेला
बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. सरकारी अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. निगरानी विभाग ने ऐसे ही एक भ्रष्ट पुलिस जवान को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने छापा मारकर पुलिस जवान को घूस लेते गिरफ्तार किया है. आरोपी जवान के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने एक टीम गठित कर इस अभियान को अंजाम दिया. आरोपी पुलिस जवान को रंगे हाथ घूस लेते हुए गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया है. बता दें कि हाल फिलहाल बिहार के कई आलाधिकारियों के ठिकानों पर छापे मारे जा चुके हैं. आय से अधिक संपत्ति की सूचना के बाद ये छापे मारे गए हैं.
लगातार कार्रवाई के बाद में भी घूसखोर और भ्रष्ट सरकारी कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला पटना से जुड़ा है. पटना जिला पुलिस बल की परिवहन शाखा में कार्यरत सिपाही मुंशी दीपक कुमार सिंह के खिलाफ निगरानी विभाग को शिकायत मिली थी. विभाग ने पहले मामले की पुष्टि की और उसके बाद एक टीम का गठन किया गया. इस टीम ने गुरुवार को छापा मारकर दीपक कुमार सिंह को 4 लाख 50 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया. इस पूरे अभियान को पटना के आर ब्लॉक के पास अंजाम दिया गया. तमाम कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आरोपी दीपक को जेल भेज दिया गया.
पटना जिला पुलिस में कार्यरत दीपक कुमार सिंह के खिलाफ पटना के गर्दनीबाग निवासी अमरजीत कुमार ने निगरानी विभाग में शिकायत दी थी. अमरजीत का आरोप था कि उनकी कंपनी क्लासिक ट्रैवल्स का 35 लाख रुपये का बिल पास करने और कंपनी का 31 मार्च 2023 तक नीवनीकरण करने के एवज में दीपक कुमार ने 4.50 लाख रुपये का घूस मांगा है. शिकायत मिलने के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने इसका सत्यापन कराया. मामले की छानबीन के दौरान पता चला कि आरोपी दीपक खुद और वरिष्ठ अधिकारियों के लिए साढ़े चार रुपये की मांग की है. घूस मांगने के ठोस प्रमाण मिलने के बाद निगरानी ब्यूरो ने मामला दर्ज किया था.
प्रमाण मिलने के बाद टीम का गठन
दीपक कुमार द्वारा घूस मांगने के ठोस प्रमाण मिलने के बाद निगरानी ब्यूरो की ओर से टीम का गठन किया गया. दीपक कुमार सिंह को आर ब्लॉक पटना के पास से चार लाख 50 हज़ार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. अब निगरानी विभाग आगे की कार्रवाई में जुटा है.