BPSC में सुधीर कुमार बने टॉपर, बनना था DSP, बने असिस्टेंट कमिश्नर, दिए सक्सेस के टिप्स
बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से 66वीं परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी हो गया है. इस परीक्षा में वैशाली के सुधीर कुमार ने टॉप किया है. सुधीर इस परीक्षा में टॉप करने के बाद स्टेट टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर चुने गए हैं. सुधीर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वो डीएसपी बनना चाहते थे. उन्होंने IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उनके BPSC टॉपर बनने का सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है.
सुधीर कुमार वैशाली के महुआ के रहने वाले हैं. उनके पिता पोस्ट ऑफिस में काम करते हैं और मां राजापाकड़ में एएनएम हैं. सुधीर ने महुआ के प्राइवेट स्कूल से 10वीं पास की. इसके बाद बिहार बोर्ड से इंटर की परीक्षा पास की. इसके बाद उन्होंने JEE भी क्वॉलिफाई कर लिया और IIT कानपुर में दाखिला लिया.
इंजीनियरिंग के बाद बने टीचर
बीपीएससी परीक्षा में टॉप करने वाले सुधीर UPSC सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे हैं. वो बताते हैं कि, साल 2019 में IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने गांव के बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया. इस दौरान वो 11वीं, 12वीं और IIT JEE की तैयारी कराने में लग गए.
लॉकडाउन के बाद की सिविल सर्विस की तैयारी
इंजीनियरिंग करने के बाद सुधीर की लाइफ 2 साल तक बच्चों को पढ़ाने में गुजरी. कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद उन्होंने UPSC सिविल सर्विस की तैयारी करने का निर्णय लिया. इसके लिए वो दिल्ली चले गए. इस दौरान उन्होंने BPSC 66th Exam के लिए अप्लाई किया और परीक्षा में शामिल हुए. अपने पहले ही प्रयास में सुधीर को सफलता हासिल हुई है. सुधीर कुमार ने UPSC का प्री भी पास कर लिया है.
सुधीर ने दिए BPSC क्रैक करने के टिप्स
- बीपीएससी टॉपर सुधीर कुमार कहते हैं कि सफलता कभी भी शॉर्टकट से नहीं मिलती है. इसके लिए लगातार मेहनत करना जरूरी है.
- बीपीएससी जैसी परीक्षा क्रैक करने के लिए सिर्फ जनरल नॉलेज की किताबों के भरोसे नहीं रहना है, क्योंकि लिखित परीक्षा के लिए उतनी जानकारी काफी नहीं है.
- सुधीर का मानना है कि, सोशल मीडिया का इस्तेमाल सिर्फ जानकारी हासिल करने के लिए करना चाहिए ना कि टाइम पास के लिए.
- NCERT की किताबों से सरकारी परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए. इससे काफी मदद मिलती है.