नीतीश कुमार के मित्र हैं इसलिए बीजेपी में सुशील मोदी साइडलाइन हो गए, उनके पुनर्वास से जेडीयू को खुशी होगी: ललन सिंह
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बिहार में एनडीए का साथ छोड़कर नीतीश कुमार के महागठबंधन सरकार का मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी के कई नेता लगातार जेडीयू और नीतीश पर विश्वासघात से लेकर जनादेश के अपमान का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन नीतीश के बहुत करीबी माने जाने वाले बीजेपी सांसद और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी जब नीतीश पर बरसे तो जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने जवाब में कहा कि सुशील मोदी हमारे नेता नीतीश कुमार के मित्र हैं इसलिए बीजेपी में उनको साइडलाइन कर दिया गया। अगर हमारे ऊपर कुछ कहने-बोलने से बीजेपी सुशील मोदी का पुनर्वास कर देती है तो हम सबको बहुत खुशी होगी।
सुशील मोदी ने कहा है कि जेडीयू के कई नेताओं ने बीजेपी के मंत्रियों से कहा था कि नीतीश उपराष्ट्रपति बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह को भी नीतीश कुमार की सहमति से केंद्रीय मंत्री बनाया गया और ये कहना कि बीजेपी ने अपनी पसंद से आरसीपी को नरेंद्र मोदी कैबिनेट में शामिल किया, सफेद झूठ है। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश ने बीजेपी को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश के नाम पर वोट मिलता तो 2020 में जेडीयू मात्र 43 सीट नहीं जीतती।
ललन सिंह ने सुशील मोदी के आरोपों पर पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि सुशील मोदी नीतीश कुमार के मित्र हैं इसलिए भाजपा ने उनको साइडलाइन कर रखा है। अब कुछ बोलकर उनका पुनर्वास हो जाता है तो हम लोगों को कोई दिक्कत नहीं है बल्कि हमें खुशी होगी। जब पत्रकारों ने रविशंकर प्रसाद के आरोप पर पूछा तो ललन सिंह ने कहा कि रविशंकर भी बेरोजगार हैं, केंद्रीय मंत्री रहे नहीं, राज्यसभा का दो साल बचा है, फिर चांस मिल जाए ये सब करके तो क्या बुरा है। ललन सिंह ने कहा कि हमें सुशील मोदी और रविशंकर प्रसाद से सहानुभूति है।