बिहार: पूजा में चढ़ाई शराब, प्रसाद के बहाने ग्रामीणों ने खूब पी, जहरीली शराब से 11 की गई जान
छपरा के मकेर में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा 11 पहुंच गया। बुधवार से शुरू हुआ मौत का सिलसिला शुक्रवार तक जारी रहा। अभी भी 35 की हालत गंभीर बनी हुई है, जबकि 14 लोगों ने अपनी आंखों की रोशनी गंवा दी। ग्रामीणों के अनुसार, यह शराब प्रसाद के रूप में देवी को चढ़ाई गई थी। इसके बाद लोगों ने इसे पी थी।
गवई पूजा में चढ़ाई जाती है शराब
शुक्रवार की सुबह छपरा सदर अस्पताल में भर्ती बीमार लोगों ने बताया कि बुधवार को गांव में गवई पूजा थी। यहां मान्यता है कि इस पूजा में देवी को शराब चढ़ाई जाती है। वहीं, पूजा के बाद लोग प्रसाद के रूप में शराब पीते हैं। इसी तरह बुधवार को भी हुआ। एक साथ कई ग्रामीणों ने प्रसाद के बहाने शराब का खूब सेवन किया, इसके बाद एक-एक कर लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी।
पहले बेचैनी, फिर आंखों की रोशनी गई
ek ग्रामीण के अनुसार शराब के सेवन के कुछ देर के बाद लोगों में बेचैनी होने लगी। आंख से कम दिखने के शिकायत के साथ उलटी दस्त की भी होने लगी। इसके बाद लोगों को अस्पताल ले जाया गया। सभी को इलाज के लिए अलग-अलग जगह भर्ती कराया गया। शुक्रवार शाम तक इनमें से 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि 35 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
गांव में ही होती है देसी शराब की बिक्री
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव में ही कुछ लोगों द्वारा देसी शराब का बिक्री की जाती है। बुधवार को भी वहीं से प्रसाद के लिए शराब मंगाया गया था। जहां लोगों ने पूजा के बाद इसका सेवन किया। उन्होंने बताया कि ग्रामीण स्तर पर कई जगहों पर शराब की बिक्री होती है। घटना के बाद पुलिस द्वारा छापेमारी कर शराब के कारोबारी विश्वकर्मा महतो को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। जबकि एक कारोबारी फरार है।
इनपुट: दैनिक भास्कर