समस्तीपुर आ रहे एक ट्रक प्याज को नकली पुलिस बनकर लूटा, रास्ते में चेकिंग कर रही असली पुलिस को थमा दिये 70 रुपये
मध्य प्रदेश के शाहजहांपुर कुलाई मंडी से प्याज लेकर समस्तीपुर आ रहे यूपी के ट्रक को स्कार्पियो सवार हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार की सुबह लूट लिया। घटना एनएच 28 पर पूर्वी चंपारण के डुमरियाघाट पुल के समीप की है। ट्रक मालिक की सूचना पर बेतिया मुफस्सिल पुलिस ने घटना के दो घंटे बाद ट्रक लेकर भाग रहे बदमाश समेत ट्रक को हरिवाटिका चौक के समीप से बरामद कर लिया है।
एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि प्याज सहित ट्रक को मुफस्सिल पुलिस ने जब्त किया है। ट्रक में सवार बदमाश पूर्वी चंपारण के पिपरा थाने के मधुरापुर गांव निवासी उमेश राम को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि ट्रक में ही बैठा उसका सहयोगी धीरज मौके से फरार हो गया। उन्होंने बताया कि घटना डुमरियाघाट थाना क्षेत्र की है। बरामद ट्रक व गिरफ्तार बदमाश को मोतिहारी पुलिस के हवाले किया जाएगा। घटना में शामिल तीन अन्य बदमाशों में संजय सहनी, धर्मेंद्र व पवन की पहचान हुई है। मोतिहारी पुलिस की टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
लखनऊ के रहिमाबाद फतेहपुर निवासी ट्रक मालिक रिजवान अहमद ने बताया कि ट्रक पर ढाई लाख रुपये का प्याज लोड कर ड्राइवर नीरज कुमार सिंह व खलासी गोलू (दोनों उन्नाव निवासी) समस्तीपुर के लिए चले थे। रात में गोपालगंज जिले में उनलोगों ने खाना खाया। उसके बाद दोनों समस्तीपुर के लिए निकले। सुबह चार बजे के करीब वे लोग डुमरियाघाट पुल पार कर आगे बढ़े। उसी बीच पीछे से एक स्कार्पियो आयी। उसमें बैठे लोगों ने टार्च दिखाकर गाड़ी को रोकवाया। ड्राइवर ने बताया कि गाड़ी पर पुलिस प्रशासन, भारत सरकार लिखा था, इसलिए उसने गाड़ी रोक दी। उसे लगा कि पुलिस वाले हैं। गाड़ी की जांच करेंगे। गाड़ी रुकते ही आधा दर्जन हथियारबंद बदमाश उतरे और ट्रक के केबिन में दोनों तरफ के गेट को खोल घुस गये। बदमाशों ने ड्राइवर व खलासी को मारपीट कर मुंह, आंख व हाथ पैर बांध दिया।
बदमाश बोले, हमलोग दिनदहाड़े करते हैं वारदात
चालक नीरज सिंह ने पुलिस को बताया की बदमाश ट्रक लेकर आगे बढ़े तो उनमें से कुछ ने कहा कि ड्राइवर खलासी को उतार दो नहीं तो सुबह हो जाएगी। तब एक बदमाश ने कहा की हमलोग दिनदहाड़े काम करते है, चिंता की बात नहीं है। उसके बाद बदमाश ने ड्राइवर व खलासी को अलग-अलग जगहों पर उतार दिया। खलासी गोलू ने किसी तरह आंखों पर बंधी पट्टी हटाया और चिल्लाने लगा। आसपास से गुजर रहे राहगीरों ने उसके हाथ-पैर खोले। ग्रामीणों को अपने साथ घटी घटना की जानकारी दी। उसके बाद गोलू ने एक ग्रामीण का मोबाइल लेकर लखनऊ में ट्रक मालिक को जानकारी दी। बताया कि गोपालगंज से आगे बढ़ते घटना घटी है।
फोन मिलते ही सक्रिय हुई गोपालगंज व बेतिया पुलिस
ट्रक मालिक रिजवान अहमद को जैसे ही जानकारी मिली उन्होंने ट्रक में लगे जीपीएस सिस्टम से ट्रक की निगरानी शुरू कर दी। उस वक्त ट्रक पिपराकोठी से मोतिहारी की तरफ बढ़ चुका था। रिजवान ने घटना की सूचना बेतिया के एक ट्रांसपोर्टर और गोपालगंज पुलिस को दी। सूचना पर गोपालगंज के एसडीपीओ संजीव कुमार भी सक्रिय हो गये। इधर ट्रांसपोर्टर को रिजवान ने दुबारा कॉल कर बताया कि ट्रक बेतिया की तरफ जा रहा है। ट्रांसपोर्टर ने मामले की जानकारी मुफस्सिल थानाध्यक्ष उग्रनाथ झा को फोन पर दी। सूचना मिलते ही वे अपने आवास से थाने के गेट पर पहुंचे और थाने में मौजूद जवानों को तैयार होने को कहा। तभी थाने के सामने से एक ट्रक निकला, जिसपर वहीं रजिस्ट्रेशन नंबर था।
थानाध्यक्ष को ट्रक चला रहे बदमाश ने दिए 70 रुपये
थानाध्यक्ष उग्रनाथ झा बिना समय गंवाए खुद जीप स्टार्ट कर ट्रक का पीछा कर दिया। हरिवाटिका से आगे ओवरटेक कर उन्होंने ट्रक को रुकवाया। उसके पास गए तो ट्रक चला रहे बदमाश ने उन्हें 70 रुपया पकड़ा दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि इससे काम नही चलेगा, नीचे उतरों। बदमाश को यह समझ में नहीं आया कि थानाध्यक्ष उसे पकड़ने आये है। जैसे ही गाड़ी चला रहा उमेश नीछे उतरा थानाध्यक्ष ने उसे दबोच लिया। इसी बीच ट्रक पर सवार दूसरा सहयोगी धीरज दूसरे तरफ का दरवाजा खोल फरार हो गया।