‘समझौते के लिए दबाव बना रहे पूर्व कानून मंत्री कार्तिक’:बिल्डर की पत्नी ने चीफ जस्टिस को लिखा लेटर, कहा- जान को खतरा
अपहरण मामले में फंसे बिहार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिक सिंह फिर विवाद में घिर गए हैं। कार्तिक सिंह पर बिहटा के जिस बिल्डर राजू सिंह के अपहरण का आरोप है, उनकी पत्नी ने जान काे खतरा बताया है।
राजीव रंजन सिंह उर्फ राजू सिंह की पत्नी दिव्या सिंह ने पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी है। कहा है कि उनके पति पर दबाव बनाया जा रहा है कि केस को खत्म कर लिया जाए। यह दबाव कार्तिक सिंह के लोग बना रहे हैं। राजू सिंह बिल्डर हैं और फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में हैं। फिलहाल पूर्व कानून मंत्री कार्तिक कुमार की गिरफ्तारी के पुलिस तलाश कर रही है।
दिव्या सिंह ने कहा है कि पूर्व मंत्री कार्तिक सिंह के कुछ लोग जेल में गए थे। उन्होंने राजू सिंह पर केस को खत्म करने या फिर समझौता करने का दबाव बनाया है। मुझे अपनी और अपने पति की जान को खतरा लग रहा है। इसलिए मैंने हाई कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
साथ ही चीफ जस्टिस से बेऊर केंद्रीय कारा के सीसीटीवी को सिक्योर करने का भी अनुरोध किया है। ताकि यह पता चल जाए कि कार्तिक कुमार के किन लोगों ने राजू सिंह पर दबाव बनाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए जेल के अंदर जाकर राजू सिंह से मुलाकात की थी।
क्या है मामला
दरअसल राजू सिंह का अपहरण बिहटा में हुआ था। इसमें पूर्व विधायक अनंत सिंह के साथ कार्तिक कुमार को भी आरोपित बनाया गया था। इधर कार्तिक कुमार एमएलसी बन गए। फिर सरकार में मंत्री बन गए। तब उनका पुराना मामला सामने आ गया। मामले में हुए हंगामे के बाद कार्तिक सिंह को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इस्तीफे के अगले दिन ही दानापुर कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। फिलहाल वो कहां हैं, किसी को इसकी जानकारी नहीं है।
सुशील मोदी बोले – CM लें संज्ञान, डरा-सहमा है राजू सिंह का परिवार
मामला सामने आया है तो विपक्षी भाजपा भी काफी एक्टिव हो गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जिस तरह राजू सिंह की पत्नी हाईकोर्ट में गुहार लगा रही है, मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। यह जांच का विषय है कि किस तरह जेल में जाकर कार्तिक कुमार के लोग राजू सिंह पर केस खत्म करने का दबाव बना रहे हैं। राजू सिंह का पूरा परिवार डरा सहमा है।
पटना पुलिस को खोजने से नहीं मिल रहे कार्तिक
इधर, पूर्व कानून मंत्री की गिरफ्तारी के लिए पटना पुलिस मोकामा तक लगातार छापेमारी कर रही है। पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया है कि लगातार सर्च किया जा रहा है। लेकिन पूर्व मंत्री कहीं नहीं मिल रहे हैं। अब आगे की कार्रवाई के लिए कोर्ट को अवगत कराएंगे। 14 सितंबर को अगली सुनवाई होनी है। उनके खिलाफ कोर्ट से नन-बेलेबल वारंट भी जारी किया जा सकता है।
बता दें बुधवार को देर रात कानून मंत्री से गन्ना मंत्री बने कार्तिक कुमार ने इस्तीफा दे दिया।उ न्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा, जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेज दी थी। इससे पहले जिस दिन उन्हें एक अपहरण केस में कोर्ट में सरेंडर करना था, उसी दिन उन्होंने राजभवन पहुंच कर मंत्री पद की शपथ ले ली। इतना ही नहीं, कार्तिक कोर्ट की नजर में 8 साल से फरार थे।
अनंत सिंह के करीबी और RJD कोटे से मंत्री बने कार्तिक ने विवाद पर सफाई भी दी थी। उन्होंने कहा था, ‘मैंने हलफनामे में सब कुछ दिया है।’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्तिक पर आरोपों की जानकारी होने से इनकार किया था।