बिहार पुलिस की वर्दी पहने लुटेरों ने UP के व्यवसायी से 1 किलो सोना सहित 55 लाख रुपए लूटा
बिहार के छपरा शहर में भगवान बाजार थाना क्षेत्र के दारोगा राय चौक के निकट सोमवार देर रात अपराधियों ने स्वर्ण कारोबारी से पांच लाख नकदी समेत करीब 55 लाख रुपये के आभूषण लूट लिए। उनका मोबाइल भी छीन लिया। घटना जेल अधीक्षक आवास के समीप की है। स्वर्ण कारोबारी यूपी के बरेली निवासी अभिलाष शर्मा हैं। उन्होंने थाने में आवेदन दिया है।
छपरा के मणिपुरी होटल से जा रहे थे छपरा जंक्शन
थाने में दिए गए आवेदन में अभिलाष शर्मा ने बताया है कि वे व्यवसाय के सिलसिले में छपरा आते रहते हैं। यहां आकर वे नगर थाना क्षेत्र के मणिपुरी होटल में ठहरते हैं। इस बार भी यहीं थे। रात में उन्हें बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस पकड़नी थी। इसको लेकर वे करीब साढ़े नौ बजे होटल से निकले। ई रिक्शा से छपरा जंक्शन के लिए चले। दारोगा राय चौक के पश्चिम पहुंचते ही एक बोलेरो आकर रुकी। उसमें से चार लोग पुलिस की वर्दी में उतरे। कहा कि वे पुलिस वाले हैं। उनकी जांच करनी है। नगर थाने चलो।
पुलिस की वर्दी में बोलेरो से उतरे चार अपराधी
इसके बाद उन्हें जबरन बोलेरो में बिठा लिया। फिर उनके पास से पांच लाख नकदी समेत करीब 50 लाख कीमत के सोने-चांदी के आभूषण लूट लिए। उनके पास पांच लाख रुपये नकदी, नौ सौ ग्राम सोने के आभूषण और 139 ग्राम कच्चा सोना लूट लिए। मोबाइल भी छीन लिया। फिर बदमाशों ने उन्हें डोरीगंज थाना क्षेत्र में आरा-छपरा पुल पर छोड़ दिया। किसी तरह वे रात करीब एक बजे थाने पर पहुंचे। पुलिस को सारी जानकारी दी। पुलिस ने रात में ही छापेमारी की।
आंखों पर पट्टी बांध दोनों हाथ भी बांध दिए
व्यवसायी ने बताया कि अपराधियों ने उनके आंख पर पट्टी बांध दी और दोनों हाथ भी बांध दिए। इसके बाद गाड़ी से धकेल कर चले गए। वे बंधन खोलने का प्रयास करते रहे लेकिन असफल रहे। संयोग से डोरीगंज में एक गुमटी खुली थी। वहां से एक लड़का उनके पास आया। उसने बंधन मुक्त किया। फिर घटना जानने के बाद उसने मोबाइल दिया। तब उन्होंने उसी युवक के मोबाइल से साहेबगंज के एक व्यवसायी को फोन किया। वे रात में पहुंचे और बाइक उन्हें छपरा ले गए। एक और व्यवसायी को साथ लिया और थाने गए। वहां शिकायत दर्ज कराई।
बता दें कि करीब दो वर्ष पहले कोलकाता के व्यवसायी से करीब एक करोड़ रुपये की लूट हुई थी। वहां भी पुलिस की वर्दी में सफेद रंग की बोलेरो में अपराधियों ने व्यवसायी को लूट लिया था। ठीक इसी तरह की घटना हुई थी।