रात के अंधेरे में पटना के तीन लड़कों के साथ मिली समस्तीपुर की लड़की, बोली- आटो वाले ने यहां तक पहुंचा दिया
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समस्तीपुर की एक नाबालिग लड़की अपने दोस्त से मिलने के लिए चेन्नई जा रही थी। अपने गांव से बस और दूसरे वाहन पकड़ते हुए वह पटना के बैरिया बस अड्डे तक पहुंच गई। यहां आकर उसने आटो वालों से रेलवे स्टेशन चलने के लिए कहा। आटो वाले ने पूछा कि कौन से रेलवे स्टेशन जाना है, तो लड़की ने उसे बताया कि उसे चेन्नई के लिए ट्रेन पकड़नी है। इसके बाद आटो वाले ने लड़की को अपनी गाड़ी में बिठा लिया और लेकर चल दिया।
आठ घंटे बाद भी नहीं पहुंची रेलवे स्टेशन :
चेन्नई की तरफ जाने वाली ज्यादातर ट्रेनें आजकल पटना जंक्शन की बजाय दानापुर स्टेशन से खुलती हैं। दानापुर स्टेशन की दूरी बैरिया बस स्टैंड से करीब 17 किलोमीटर है। आटो वालों को यह दूरी तय करने में एक से डेढ़ घंटे तक भी लग जाते हैं। वह दिन के दो बजे आटो पर सवार हुुुई और रात के 10 बजे तक रेलवे स्टेशन नहीं पहुंच सकी।
दनियावां पुलिस ने तीन युवकों को किया गिरफ्तार :
इधर, दनियावां बाजार थाना पुलिस के 112 गश्ती दल ने एक आटो में तीन युवकों के साथ एक नाबालिग लड़की को देखा, तो शक के आधार पर उन्हें रोका। इसके बाद पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो, संगीन मामला सामने आया। बहरहाल पुलिस ने ऑटो पर सवार सभी तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
बस से उतरते ही आटो वाले ने फांसा :
इस संबंध में थानाध्यक्ष ने बताया कि गुरुवार को 2 बजे दिन में पटना के बैरिया स्थित बस अड्डे पर समस्तीपुर निवासी एक किशोरी अपने दोस्त से मिलने के लिए चेन्नई जाने के लिए पहुंची। बस से उतरने के बाद नाबालिग किशोरी ने ऑटो चालक से मद्रास जाने के लिए स्टेशन का रास्ता पूछने पर चालक ने पहुंचाने का वादा कर ऑटो में बिठा लिया। इसके बाद वह पटना शहर में 10 बजे रात तक घूमता रहा।
चंद मिनट की देरी होती, तो बिगड़ जाती बात :
इस क्रम में उसने अपने दो साथियों क्रमश: सुधीर कुमार (हुलासगंज) एवं रीतू कुमार (हिलसा) को भी साथ लेकर बिहटा-सरमेरा फोर लेन होकर दनियावां पहुंच गया। दनियावां बाजार के आगे एक छिलका के पास ऑटो रोककर तीनों कुछ योजना बना पाते, इसी बीच दनियावां पुलिस की 112 गाड़ी आ गई। गश्ती दल ने देर रात अकेली किशोरी के साथ तीन युवकों को देख शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने सभी को ऑटो सहित थाना लाकर पूछताछ किया।
परिवार के साथ घर लौट गई लड़की :
किशोरी ने पुलिस को ऑटो चालक संजीव कुमार (इसलामपुर) की करतूत के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस ने किशोरी के स्वजनों को देर रात ही खबर कर किशोरी से बात करा दी। स्वजन सुबह होने के पहले ही दनियावां पहुंच गए। वहीं किशोरी को महिला पुलिस की अभिरक्षा में रखा गया। शुक्रवार की सुबह किशोरी के बयान पर मामला दर्ज कर तीनों युवकों को जेल भेज दिया गया। वहीं किशोरी को उसके स्वजनों के साथ घर भेज दिया गया।