‘मिर्जापुर’ वेब सीरीज देख वर्चस्व के लिए चलाई गोलियां, ए’के-47 व ए’के-56 के नाम पर बनाया गैंग #4756
अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ की पृष्ठभूमि भले ही पूर्वांचल की है, लेकिन इससे प्रभावित नई उम्र के कुछ अपराधियों ने बिहार में वह कर डाला, जो पहले कभी नहीं हुआ था। हम बात कर रहे हैं बीते 13 सितंबर को हुए बेगूसराय गोलीकांड की। वेब सीरीज की तरह वर्चस्व के लिए सड़क पर 40 किमी तक गालियां बरसाने की इस वारदात में एक व्यक्ति की मौत हो गई ताे 10 लोग घायल हो गए।
वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ से प्रेरित होकर की वारदात
अपराधियों ने वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ देखकर बेगूसराय में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए वारदात की योजना बनाई। उन्होंने अपने गैंग का नाम एके-47 व एके-56 राइफलों के नाम पर ’47-56′ रखा है, जिसका सरगना चुनचुन कुमार उर्फ सत्यजीत उर्फ बाबा पकड़ा जा चुका है। जबकि, गैंग का दूसरा सरगना नीतीश अभी पुलिस पकड़ से दूर है। गिरफ्तार सुमित कुमार उर्फ सुमित कश्यप और दो नाबालिग इस गैंग के सक्रिय सदस्य थे। सुमित सोशल मीडिया के अपने पोस्ट में हैशटैग #4756 जरूर देता था।
बेगूसराय पर वर्चस्व स्थापित करने की थी मंशा
चुनचुन और उसके गैंग के अपराधियों ने बेगूसराय पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए अपराध और शराब तस्करी को हथियार बनाया। वर्चस्व स्थापित करने की उनकी मंशा सुमित के फेसबुक मीडिया पोस्ट से स्पष्ट है- ‘सारा खेल इज्जत का है भाई साहब, जो देगा वो सुरक्षित रहेगा। एक अन्य पोस्ट में उसने लिखा है- ‘बेगूसराय से हैं…तो चर्चे हर जगह होंगे ही। एक अन्य पोस्ट में सुमित लिखता है कि आज आपका वक्त है ताे उड़ लीजिए, कल हमारा वक्त आएगा तो उड़ा देंगे। इन सभी पोस्ट के साथ हैशटैग #4756 दिए गए हैं।
इस घटना के उद्भेदन में एक आरोपित की अपनी गर्लफ्रेंड से चैट का बड़ा हाथ रहा। इससे वह पुलिस के रडार पर आकर पकड़ा गया। मामले में एक आरोपित का गर्लफ्रेंड से बातचीत का 13 सेकेंड का एक आडियो भी सामने आया है, जिसमें वह गर्लफ्रेंड से कह रहा है कि ‘इस बार पकड़े जाने पर वह गैंंग के दूसरे नाबालिग साथी और उसकी गर्लफ्रेंड का नाम ले लेगा। बातचीत से स्पष्ट है कि नई उम्र के इन गैंगस्टरों की गर्लफ्रेंड्स रहीं हैं तथा गैंग के दो नाबालिग सदस्यों के बीच किसी बात को लेकर तनाव था।
शराब पी, फिर साथियों के साथ की गोलीबारी
मामले में बड़ा टर्न यह भी है कि जमुई के झाझा स्टेशन से रांची भागने के क्रम में पकड़े गए 17 साल के जिस नाबलिग आरोपित ने अदालत में दर्ज अपने बयान में अपराध कबूल किया है, उसने बताया कि वह प्लान के तहत पुलिस को गुमराह करने के लिए एक होटल के सीसीटीवी कैमरे के सामने कुछ देर के लिए आया। उसने यह भी बताया था कि 13 सितंबर को साथियों के साथ शराब पीते वक्त उसकी एक साथी से बहस हुई थी कि जो ज्यादा क्राइम करेगा, वह बेगूसराय पर राज करेगा। इसके बाद दोनों अलग-अलग बाइक पर साथियों के साथ निकले और 11 लोगों को गोली मार दी।