पटना के गांधी मैदान में बारिश होने पर भी धू-धूकर जलेगा 70 फीट का दशानन; पुतलों पर प्लास्टिक वार्निश, दो तल की होगी लंका
राजधानी पटना के गांधी मैदान में 5 अक्टूबर को होने वाले रावण वध की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार बारिश होने के बाद भी रावण वध कार्यक्रम में कोई अड़चन नहीं पैदा होगी। बारिश की संभावना को देखते हुए रावण, मेधनाद और कुंभकर्ण के पुतलों पर प्लास्टिक वार्निश की गयी है। इसके कारण भगवान राम के चलाए तीर से पुतले धू-धू कर जलेंगे। यह बातें गांधी मैदान में श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल कुमार नोपानी ने पत्रकारों से कही। बोले, गांधी मैदान में रावण वध का यह 67वां वर्ष होगा। कोरोना संक्रमण के कारण बीत तीन सालों से रावण वध नहीं हो पा रहा था।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। भगवान राम जब गांधी मैदान में वध के लिए पहुंचेंगे तब भगवान की आरती मुख्यमंत्री करेंगे। मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव होंगे। मंत्री विजय चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा भी रहेंगे।
दो तल की होगा लंका इस वर्ष पहली बार गांधी मैदान में बनने वाली लंका दो तल्ले की होगी। वानर सेना के साथ रावण की सेना भी तैयार की गई है। जो युद्ध भूमि में मौजूद रहेगी। इस वर्ष पहली बार रामदूत हनुमान का रास्ता लंका में द्वारपाल राक्षस रोकेंगे। रावण के पुतले की ऊंचाई 70 फीट, मेघनाद की ऊंचाई 65 और कुंभकर्ण की ऊंचाई 60 फीट होगी। ईकोफ्रेंडली आतिशबाजी होगी।
गंगा-जमुनी तहजीब रावण वध वसंपूर्ण रामायण मंचन में गंगा-जमुनी तहजीब की झलक दिखेेगी। रावण के पुतला का निर्माण गया के मो. अमर व टीम कर रही है। जबकि रामायण मंचन में ढोलक पर मो. इमरान व नगाड़ा पर मो. आसिफ योगदान देंगे।
पुतले के पास रहेगी चार फायर यूनिट
रावण, मेघनाथ और कुंभकरण का पुतले दहन के समय चार फायर यूनिट तैनात रहेगी ताकि आग की लपटें कहीं दूसरी ओर नहीं चली जाएं। पुतला दहन के समय आसपास के लोगों को हटा दिया जाएगा तथा उसे सावधानीपूर्वक कार्यक्रम को संपन्न कराया जाएगा। नगर निगम एवं पीएचईडी द्वारा आमलोगों के लिए जगह-जगह पर पर्याप्त संख्या में वाटर एटीएम, पेयजल टैंकर की व्यवस्था की गई है।