बिहार में बड़ा हादसा: जहाज से कटकर 45 भैंसों और दो आदमी की मौत, रक्त से लाल हुई गंगा की धारा
बिहार में भागलपुर के बड़ी खंजरपुर स्थित मठ घाट में रविवार को 60 मवेशियों के साथ बहकर आठ चरवाहा जहाज के भीतर चला गए। गंगा में चल रही ड्रेजिंग मशीन (जहाज) में मवेशी फंस गए और इसके पंखों की चपेट में आकर कट गए। 40-42 भैंस के कटकर मारे जाने की सूचना है। किसी तरह जान बचाकर 6 चरवाहा बाहर निकल गए, जबकि दो लोग लापता हैं। एसडीआरएफ की टीम दोनों व्यक्ति को तलाश कर रही है।
दोपहर एक बजे बड़ी खंजरपुर के अधिक यादव अपने पुत्र प्रदीप के साथ, कुप्पाघाट के जितेंद्र यादव, बड़ी खंजरपुर निवासी लखन यादव, मायागंज निवासी दशरथ यादव अपने 15 वर्षीय पुत्र चंदन के साथ, कुप्पाघाट निवासी विजय यादव, धीरज यादव और मायागंज के रहने वाले कारू यादव अपने-अपने भैंस को लेकर मठ घाट पहुंचे। प्रदीप यादव, कारू यादव, मोहन यादव उर्फ सिकंदर यादव, धीरज यादव, 10 वर्षीय पियूष यादव, चंदन यादव समेत आठ चरवाहा भैस के साथ गंगा में उतरे और मवेशियों को चराने के लिए शंकरपुर दियारा की ओर ले जाने लगे। शंकरपुर दियारा ले जाने के क्रम में चार ड्रेजिंग जहाज खंजरपुर घाट से गुजर रहा था। इसी बीच पानी के तेज धार मवेशी सहित चरवाहे बहा ले गई। 60 मवेशियों के साथ सभी आठ चरवाहे भी जहाज के भीतर चले गए।
जहाज से कटकर 40-42 मवेशियों की मौत हो गई। चंदन, मोहन, प्रदीप, पीयूष, धीरज सहित छह लोगों ने किसी तरह जान बचाकर बाहर निकल गए। 55 वर्षीय सिकंदर और कारू नहीं निकल पाए। दोनों लापता हैं। जानकारी होते ही आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए। सूचना मिलने पर बरारी, तिलकामांझी और जोगसर थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। बाद में एसडीएम धनंजय कुमार भी मौके पर पहुंचकर जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि पानी के तेज बहाव होने के कारण यह घटना हुई। लगभग तीन दर्जन मवेशियों के जहाज से कटकर मौत होने और दो लोगों के लापता होने की जानकारी मिली है। बचाव और राहत कार्य चल रहा है। इसके लिए एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है। 19 मृत भैंस को इंग्लिश फरका के पास देखा गया है।