लिटमस टेस्ट में पास हुए चपरासी से असिस्टेंट प्रोफेसर बने डा. कमल किशोर, TMBU ने दी क्लीन चिट, सौंपा नियुक्ति पत्र
हां-ना करते आखिरकार तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के पीजी अंबेडकर विचार के चपरासी कमल किशाेर मंडल इसी विभाग में असिस्टेंट प्राेफेसर बन गए। अब वह पीजी विभाग के छात्रों को बाबा साहेब डाॅ. अंबेडकर के विचार पढ़ाएंगे, क्योंकि इंटर और स्नातक की पढ़ाई यहां नहीं होती है।
मंगलवार की रात ही वीसी प्रोफेसर जवाहर लाल ने कमल के असिस्टेंट प्रोफेसर बनने वाले फाइल पर दस्तखत कर दी थी। जिसके बाद बुधवार को अधिसूचना जारी कर रजिस्टार डॉक्टर गिरिजेश नंदन कुमार ने आधिकारिक मुहर लगा दी।
चयनित होने के बावजूद बैठी थी जांच
कमल किशोर मंडल इसी यूनिवर्सिटी में 2003 से 2009 तक नाइट गार्ड,फिर उसके बाद चपरासी बने थे। इसी दौरान उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। पहले पीजी फिर पीएचडी उसके बाद नेट क्वालीफाई कर असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए आवेदन दिया था। चयनित होने के बाद कमल के ऊपर जांच बैठ गई थी। कि आखिर कमल ने ड्यूटी करने के दौरान पढ़ाई कैसे की। कमल ने अपनी बात रखी थी।
उन्होंने बताया कि वो नाईट में ड्यूटी फिर दिन में पढ़ाई करते थे। पूरे जांच की प्रक्रिया के कमल को क्लीन चिट दे दी गई। इसी के साथ कमल को नियुक्ति पत्र मिल गई है। कल संभवत उनकी ज्वाइनिंग होगी। कमल ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति पत्र लेने से पहले उसने बुधवार को चपरासी पद से इस्तीफा दिया। जिसके बाद उन्होंने नियुक्ति पत्र लिया।






