बिहार: बहन को परीक्षा में फेंकी चीट, दूसरी लड़की ने समझ लिया लव लेटर, भाइयों ने टुकड़ों में काट ट्रैक किनारे फेंक दिया
बिहार के भोजपुर में 4 दिनों से लापता 12 साल के बच्चे की मंगलवार को लाश मिली है। उसके हाथ-पैर और गर्दन को काटा गया था। हाथ-पैर गांव के ही मंदिर के पास पड़ा हुआ था। उसे कुत्ते नोंच रहे थे। बच्चे के परिवार ने बताया कि वो अपनी बहन को परीक्षा दिलाने ले गया था। खिड़की से उसने बहन की तरफ एक चिट फेंकी। जो पास बैठी लड़की को लग गई। उसने उसे लव लेटर समझा और भाइयों को बुला लिया। इसके बाद भाइयों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
5वीं में पढ़ने वाले छात्रा का शव टुकड़ों में मिला है। फेंका गया शव बरामद हुआ है। उसका शव उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अंतर्गत महतवनिया हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से सोमवार की सुबह बरामद हुआ है। मृत किशोर का एक हाथ एक पैर एवं गर्दन कटा हुआ है। मृत किशोर का एक पैर रविवार को गांव के ही काली मंदिर के पास से बरामद हुआ था। उसे आवारा कुत्तों ने भी नोंच डाला था। शव मिलने से गांव एवं आसपास के इलाके में सनसनी मच गई है। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी।
घटना की सूचना मिलते ही भोजपुर एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु, भोजपुर डीएसपी विनोद कुमार सिंह, आरा सर्किल इंस्पेक्टर गौतम कुमार, उदवंतनगर थाना इंचार्ज शशि भूषण प्रसाद, बिहियां थाना इंचार्ज भानु सिंह, मुफस्सिल थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह एवं गजराजगंज ओपी इंचार्ज सहित सैकड़ों की संख्या में पुलिस घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गई है।
बहन को परीक्षा दिलाने गया था, वहीं हुआ झगड़ा
जानकारी के अनुसार बच्चा उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अंतर्गत वार्ड नंबर आठ निवासी अशोक कुमार सिंह का 12 वर्षीय पुत्र दया कुमार सिंह है। वह पांचवीं कक्षा का छात्र था। आरा के धरहरा स्थित हॉस्टल में रहकर पढ़ता था। दया अपने दो भाईयों और दो बहनों में दूसरे स्थान पर था। वह अपने परिवार में काफी होनहार था।
उसके पिता अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वह शुक्रवार दोपहर वह उनके भाई संतोष कुमार की बेटी, चचेरी बहन निधि कुमारी को परीक्षा दिलवाने के लिए बामपाली गांव के मध्य विद्यालय गया था। तभी खिड़की की तरफ से दया ने अपनी बहन को ओर चिट फेंकी। कागज का टुकड़ा क्लास में बैठी दूसरी लकड़ी को लग गया। उसने अपने भाई और उसके साथियों से उसकी शिकायत कर उसकी जमकर पिटाई करवा दी। इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। बाद में उन लड़कों ने ही आरा शहर लाकर उसका निजी अस्पताल में इलाज कराया गया था।
इधर परीक्षा के बाद जब उसकी बहन वापस घर लौटी तो उसने घर जाकर परिजनों को बताया कि कुछ लड़के उसे पीट रहे थे। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था। खोजबीन के दौरान मृत बालक के पिता गांव में ही शिवजी नामक व्यक्ति के घर गए और पूछताछ की। उनके नाती ने कहा कि हां मैंने आपके बेटे को मारा था। इसके बाद उन्होंने सभी जगहों पर उसकी खोजबीन की थी। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था।
काली मंदिर के पास से मिला था पैर
परिजनों के अनुसार छात्र के गायब होने का लिखित आवेदन उन्होंने स्थानीय थाने में दी थी। रविवार को पैर मिलने के बाद एएसपी हिमांशु एवं डीएसपी विनोद कुमार सिंह ने बालक के परिजनों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली। इसके बाद पुलिस द्वारा डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया।
डॉग स्क्वायड की टीम घटनास्थल पर पहुंची और घटनास्थल एवं आसपास के इलाके की छानबीन की। सोमवार की सुबह महतवनिया हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया है।
एएसपी हिमांशु ने कहा कि 13 अक्टूबर से दया कुमार गायब था। परिजनों ने थाना में लिखित आवेदन दिया था। तभी से हम लोगों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। रविवार को काली मंदिर के पास से एक पैर मिला था। उसी से अंदाजा लगाया गया कि आस–पास ही कही उसका शव है। इसके बाद डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया। स्थानीय ग्रामीणों के मदद से शव को बरामद किया गया है। हम लोग शव की डीएनए जांच के साथ फोरेंसिक जांच कराएंगे, ताकि आरोपियों तक पहुंचने में आसानी हो सके। घटना के बाद सभी एंगल से जांच की जा रही है।
बताया जाता है कि दया कुमार के साथ मारपीट करने वाले किशोर उसी के हम उम्र थे। फिलहाल 3 को पुलिस ने पूछताछ कर बाल सुधार गृह भेज दिया है।