क्या बीजेपी के पास लौटेगा लोजपा का दूसरा धड़ा, चिराग पासवान बोले- RSS को देश विरोधी कहना गलत
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार के पीएफआई पर प्रतिबंध के बाद आरएसएस पर भी पाबंदी लगाने की मांग की है। इसे लेकर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि मैं ऐसे बयानों का समर्थन नहीं करता हूं।
शुक्रवार को राजधानी पटना में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि आप किसी के नीतियों का विरोध कर सकते हैं, कार्यशैली से विरोधाभास हो सकता है, पर हर चीज को देश विरोधी बोलकर बैन लगाना उचित नहीं है। बता दें कि लालू यादव ने कहा है कि पीएफआई पर जांच हो रही है। पीएफआई की तरह जितने भी संगठन हैं, सभी पर प्रतिबंध लगना चाहिए। पीएफआई व आरएसएस दोनों की जांच होनी चाहिए।
चिराग ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां समय-समय पर ऐसे संगठन, जो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करती हैं। हाल-फिलहाल में पीएफआई और उनसे जुड़े हुए कई संगठनों के ऊपर इस तरह की कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राजद को केंद्र सरकार में भी लंबे समय तक रहने का अवसर मिला, आप उस वक्त आरएसएस पर जांच बैठा सकते थे और संभवत: कई बार जांच बैठाई गई होगी। तथ्य नहीं मिलने की वजह से कार्रवाई नहीं हुई होगी।
जब पूछा गया कि लालू और उनकी पार्टी राजद आरएसएस के खिलाफ हमेशा बयान देते रहते हैं, इस पर चिराग ने कहा कि आरएसएस एक गैर राजनीतिक पार्टी है और वो जो काम कर रही है, उसे करने देना चाहिए। चिराग ने यह भी कहा कि मैंने समय-समय पर आरएसएस के बयानों का खंडन भी किया है लेकिन उनके कार्यों या नीतियों को सीधा देश विरोधी कह देना ये गलत है।