बिहार में मौत का ड्रेजिंग शिप: करीब 50 भैंसों की कटकर मौत, दो चारवाहे लापता, गंगा किनारे मातम
बिहार के भागलपुर में रविवार को एक बड़ी घटना घटी है. जिले के बरारी स्थित विसर्जन घाट पर लगे ड्रेजिंग जहाज की चपेट में नाव के आने से लगभग 45 से 50 भैंस गंगा में समा गई. हादसे के दौरान आठ युवक भी डूबने लगे जिसमें से छह युवकों ने किसी तरह अपनी जान बचाई. वह तैरकर बाहर आ गए. इस हादसे में दो लोग लापता हो गए. लापता लोगों की खोजबीन की जा रही. घटना बेहद दर्दनाक था. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीओ (SDO) धनंजय कुमार पहुंचे और तुरंत एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. स्थानीय गोताखोरों और एसडीआरएफ (SDRF) की टीम दोनों युवकों को ढूंढने में लगी है.
कई थानों की पुलिस ने मौके का लिया जायजा
मुसहरी घाट से प्रत्येक दिन भैंस चराने के लिए चरवाहा दक्षिणी भाग से उत्तरी भाग की ओर गंगा नदी पार कर जाया करते हैं. इसी दौरान रविवार को ड्रेजिंग जहाज की पंखी की चपेट में आने से यह बड़ा हादसा हो गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर बरारी थाना समेत कई थानों की पुलिस और भागलपुर के एसडीओ धनंजय कुमार पहुंचे. देखते ही देखते पूरा विसर्जन घाट छावनी में तब्दील हो गया.
ग्रामीणों की हुजूम सी लग गई. लापता चरवाहे की पहचान मायागंज के निवासी सिकंदर यादव और कारू यादव के रूप में हुई है. आठ चरवाहे में छह चरवाहे तो किसी तरह जान बचाकर मौत के मुंह से निकल गए, लेकिन दो युवक सिकंदर यादव और कारु यादव अभी भी लापता हैं. उनकी खोजबीन में एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय गोताखोर लगे हुए हैं.
मौत की मुंह से निकला हूं
भैंस चराने जा रहे चरवाहा बरारी के रहने वाले धीरज ने अपनी आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि मैं आज मौत के मुंह से बाहर निकला हूं. मेरे सामने दो युवक गंगा में समा गए. मेरे पांच साथी किसी तरह से बाहर निकल पाए और 45 से 50 मवेशी गंगा में समा गए. युवक ने कहा कि गंगा में तेज धार होने के चलते ड्रेजिंग जहाज की पंक्तियों में एक-एक करके सभी समाने लगे. मुझे लगा मैं भी अब नहीं बच पाऊंगा, लेकिन किसी तरह बच कर बाहर निकला.
एसडीओ ने जल्द दोनों युवक को ढूंढने की बात कही
भागलपुर की इस बड़ी घटना को सुनते ही घटनास्थल पर एसडीओ धनंजय कुमार पहुंचे और तुरंत एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. एसडीआरएफ की टीम के साथ स्थानीय गोताखोरों ने डूबे दो युवक सिकंदर यादव और कारू यादव को ढूंढने का कार्य शुरू किया. साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही दोनों को ढूंढ कर परिजनों को सौंप दिया जाएगा. एसडीओ मॉनिटरिंग करते हुए गंगा की तेज धार में एसडीआरएफ के वोट के सहारे निरीक्षण भी कर रहे थे. उन्होंने बताया कि यह घटना काफी दुखद है. थोड़ी सी लापरवाही के चलते इतनी बड़ी घटना हो गई.
लापता युवक के परिजनों का बुरा हाल है
लापता युवक सिकंदर यादव और कालू यादव के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. उनका कहना है कि दोनों कई सालों से भैंस लेकर उस पार चारा खिलाने जाते थे, लेकिन आज इतनी बड़ी घटना समझ से परे है. परिजन लगातार प्रशासन से दोनों को ढूंढने की गुहार लगा रहे हैं.