बिहार का लाल मुकेश अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ODI में दिखाएगा कमाल, पिता चलाते थे ऑटो
बिहार के गोपालगंज के एक छोटे से गांव काकड़कुंड के रहने वाले मुकेश कुमार का इंडिया टीम में सेलेक्शन हो गया. गोपालगंज के 50वां स्थापना दिवस के दिन ही बीसीसीआई ने इसकी अधिकारिक रूप से घोषणा की है. मुकेश कुमार इंडिया के लिए पहला मैच साउथ अफ्रीका से छह अक्टूबर को खेलेंगे. वनडे मैच भारत में ही खेला जायेगा, जिसके लिए छह, आठ और 11 अक्टूबर की तिथि निर्धारित की गई है.
हाल में हुए इंडिया ए और न्यूजीलैंड ए टीम के टेस्ट मैच में मुकेश कुमार ने बेहतर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद से बीसीसीआई की नजर मुकेश कुमार पर टिकी हुई थी. मुकेश कुमार क्रिकेट टीम में बतौर तेज गेंदबाज के रूप में खेलेंगे. मुकेश के चयन होने से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है. डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी, एसपी आनंद कुमार ने क्रिकेटर मुकेश कुमार को बधाई दी है.
कोलकाता में पिता चलाते थे ऑटो, गांव के बच्चों संग खेलते थे गली क्रिकेट
काकड़कुंड गांव के रहने वाले मुकेश कुमार एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. पिता स्व. काशीनाथ सिंह कोलकाता में ऑटो चलाते थे. माता गृहणी हैं. मुकेश कुमार गांव में मोहल्लों के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते हुए इस मुकाम पर पहुंच गए हैं. मुकेश कुमार के इंडिया टीम में चयन होने की खबर मिलते ही परिजनों में खुशी है. इसके अलावा जिला वासियों और क्रिकेट प्रेमी बिहार के लिए गौरव मानकर बधाई दे रहे हैं. गांव से निकलकर इंडिया टीम में शामिल होकर पहला साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलने के लिए जा रहे मुकेश कुमार मोहल्ले के बच्चों के साथ गांव में क्रिकेट खेलते थे. अब इंडिया टीम के लिए खेलेंगे.
7 मैच में 1 हैट्रिक सहित 34 विकेट लेकर चर्चा में आए थे तेज गेंदबाज मुकेश
मुकेश कुमार पहली बार गोपालगंज में प्रतिभा की तलाश में अपनी गेंदबाजी का दम दिखाकर चर्चा में आए. उस प्रतियोगिता में सात मैच में एक हैट्रिक सहित 34 विकेट लिया और तब गोपालगंज क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी सत्य प्रकाश नरोत्तम और उस समय के हेमन ट्रॉफी के जिला क्रिकेट टीम के कप्तान अमित सिंह की नजर पड़ी और वे जिला टीम में आ गए. उसके बाद स्टीयरिंग कमिटी का अंडर 19 क्रिकेट टूर्नामेंट में मुकेश ने बिहार का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन दुर्भाग्य से बिहार में क्रिकेट की मान्यता नहीं होने के कारण उन्होंने बंगाल का रुख किया और वहां से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. मुकेश रणजी ट्रॉफी के लगातार दो सीजन में 30 से ज्यादा विकेट लेकर चयनकर्ताओं के नजर में आ गए और इंडिया टीम में चयन हो गए.