सिंगापुर जाने से पहले भारी मुसीबत में फंसे लालू: CBI ने लालू, राबड़ी, मीसा, हेमा यादव समेत 16 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया
किडनी के इलाज के लिए सिंगापुर जाने की तैयारी कर रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. सीबीआई (CBI) ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ नौकरी के बदले जमीन घोटाले में चार्जशीट दाखिल की है. सीबीआई ने चार्जशीट में लालू यादव और तत्कालीन जीएम को आरोपी बनाया है. साथ ही लालू प्रसाद यादव के परिवार के अन्य सदस्यों को जांच के घेरे में रखा है.
सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी के अलावा उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य लोगों को आरोपी बनाया है. रेलवे में कथित घोटाले से संबंधित सीबीआई ने 23 सितंबर, 2021 को प्रारंभिक जांच दर्ज की थी, जिसे 18 मई को प्राथमिकी में बदल दिया गया था. ये घोटाला 2004 से 2009 के बीच हुआ था तब लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे.
नौकरी के बदले ली गई जमीन
आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ और नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन ली गई थी. एजेंसी के अनुसार, उम्मीदवारों को कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों द्वारा अनुचित जल्दबाजी में आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर समूह डी पदों पर विकल्प के रूप में नियुक्त किया गया था और बाद में जब इन व्यक्तियों ने स्वयं या उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन हस्तांतरित कर दी थी तो इन्हें नियमित कर दिया गया.
क्या है लालू प्रसाद के परिवार पर आरोप?
सीबीआई (CBI) ने आरोप लगाया कि राबड़ी देवी (Rabri Devi) और उनकी बेटी मीसा भारती के नाम पर जमीन ली गई थी. केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी.