बिहार में पहली बार बाढ़ का पानी पीएंगे लोग, साल भर लोगों के लिए उपलब्ध रहेगा गंगाजल
बिहार में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां जल की कमी हमेशा रहती है. कई बार बाढ़ के आने से दिक्कत होती है तो कई बार बारिश नहीं होने के कारण. दोनों ही परिस्थितियों में बिहार की जनता को जल की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री ने ‘हर घर गंगाजल’ नाम का प्रोजेक्ट लॉन्च किया था. ये सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है. बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘हर घर गंगाजल’ को सफलतापूर्वक लागू किया, जो बिहार के लाखों निवासियों और राज्य के पर्यटकों के चेहरों पर खुशी लाएगा.
भारत में अपनी तरह की पहली परियोजना शुरू की गई, इस परियोजना की मदद से बाढ़ से पानी को संग्रहित किया जाएगा और उसे फिल्टर कर पेय योग्य बनाया जाएगा. लोगों को 365 दिनों तक लोगों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जाएगी. मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को इंजीनियरिंग की दिग्गज कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) कर रही है. इसके अलावा जल संसाधन विकास एवं IPRD मंत्री संजय कुमार झा भी इस परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
परियोजना का पहला चरण, जो अब पूरी तरह से तैयार है, पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व वाले तीन शहरों में शुरू किया जा रहा है. उनके पास बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, जिसके परिणामस्वरूप शुद्ध पानी की उच्च मांग होती है. परियोजना पहले चरण में राजगीर, गया और बोधगया शहरों में संग्रहित पानी की आपूर्ति करके इस मांग को पूरा करेगी.
इस परियोजना के महत्व का अनुमान इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि दिसंबर 2019 में बोधगया में एक विशेष कैबिनेट बैठक बुलाई गई थी, जिसमें मुख्यमंत्री ने इन ऐतिहासिक शहरों में गंगा जल लाने के अपने संकल्प की घोषणा की थी.