बेगूसराय के सुजीत ने बैंक UPI में डिटेक्ट किया बग, साइबर फ्रॉड रोकने में होगा कारगर!
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बेगूसराय :- वर्तमान समय में सबसे ज्यादा प्रचलित डिजिटल भुगतान प्रणाली (डिजिटल पेमेंट सिस्टम) यूपीआई में जिले के तेघड़ा प्रखंड के पिपरा दोदराज के नोनपुर निवासी सोनेलाल महतो के पुत्र सुजीत कुमार नें एक त्रुटी खोज निकाली है। इन्होंने एक खाते का उपयोग कर एक साथ दो अलग अलग डिवाइस में यूपीआई को एक्टिवेट कर लेन देन सफल कर दिखाया है।
क्या कहता है नियम :
नियमानुसार एक खाते से एक ही डिवाइस में यूपीआई भुगतान प्रणाली का उपयोग कर लेन देन कर सकते हैं। लेकिन सुजीत कुमार ने बैंकिग प्रोग्राम में एक खास प्रक्रिया को पूरा कर एक खाता से दो अलग अलग मोबाइल में एक साथ यूपीआई लेनदेन को सफल बनाया, जो नियमानुसार नहीं होना चाहिए।
उन्होने बताया कि यह डिफेक्ट (त्रुटि) एक ही बैंक के सिस्टम में है तथा उसी बैंक के खाते में ऐसा संभव हो पा रहा है। संबंधित बैंक को रिपोर्ट कर दिया गया है। बैंक से प्राप्त मेल के अनुसार बैंक की टीम आगे की कार्रवाई कर रही है।
सुजीत सरकारी नौकरी त्याग कर आईटी के क्षेत्र में अपना करियर बना रहे हैं। दावा है कि इनके अगले रिसर्च का परिणाम आपको चौंका सकती है। इन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर बेगूसराय ही नहीं पूरे बिहार का नाम देश स्तर पर रौशन किया है।
बताते चलें कि सुजीत कुमार अकाउंटिंग एवं फाइनेंस से ग्रेजुएट हैं तथा 2009 से लगातार आईटी के क्षेत्र में सक्रिय हैं। फिल्हाल फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी के ऊपर रिसर्च कर रहे हैं। अपने रिसर्च कार्य हेतु बैंकिंग सिस्टम के सॉफ्टवेयर टेस्टिंग के दौरान बग को खोज निकाला। बग ढूंढकर बैंक को रिपोर्ट करने का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को साइबर फ्रॉड से बचाना है। सरकार और बैंक भी लगातार साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को जागरूक करते रहता है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा दो शोध और कर रहे हैं।