शेयर मार्केट में डूब गये दांव पर लगे लाखों रुपए तो बिस्कोमान के एजीएम ने रचा खुद के अपहरण का नाटक, परिवार से मांगी फिरौती
शेयर मार्केट में लाखों रुपये डूब गए तो बिस्कोमान के असिस्टेंट गोडाउन मैनेजर (एजीएम) अविनाश राज ने खुद के अपहरण का नाटक रच डाला। शेयर में कर्ज के करीब 13 लाख रुपये डूब जाने से वह डिप्रेशन में था। इसी परेशानी में वह ट्रेन से पंडित दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) और फिर मुजफ्फरपुर चला गया। इसी बीच उसने अपहरण की बात मैसेज से परिजनों को बता उनसे फिरौती के लिए 20 लाख की मांग कर की।
एजीएम के अपहरण की सूचना मिलने पर पुलिस सकते में आ गई। बाद में गांधी मैदान थाना पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस की मदद से 18 घंटे में अविनाश को मुजफ्फरपुर से हिरासत में लिया। 32 वर्षीय शिवहर निवासी अविनाश परिवार के साथ फुलवारी शरीफ स्थित किसान कॉलोनी में रहता है। उनके पिता बिहार पुलिस एसआई के पद से सेवानिवृत्त हैं। अविनाश बिस्कोमान में एजीएम है।
एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि अविनाश राज ने विभिन्न वित्तीय संस्थानों से करीब 13 लाख रुपये कर्ज ले रखा है। शेयर बाजार में घाटा होने के बाद उसपर कर्ज चुकाने का दबाव बढ़ने से वह अवसाद में रहने लगा था। इसी दौरान वह 22 नवंबर को कार्यालय से निकलने के बाद घर न जाकर मुजफ्फरपुर चला गया और अपहरण का नाटक रचा।
गांधी मैदान थाना प्रभारी अरुण कुमार की टीम ने तकनीकी जांच शुरू की तो अविनाश के मोबाइल का लोकेशन पहले डीडीयू में मिला। कुछ समय बाद उसका लोकेशन बदलने लगा। 23 नवंबर की सुबह वह हाजीपुर जबकि दोपहर में उसका मोबाइल लोकेशन मुजफ्फरपुर में था। पुलिस की टीम लगातार उसका पीछा कर रही थी। दोपहर बाद में उसे मुजफ्फरपुर बस स्टैंड स्थित एक दुकान के पास से हिरासत में लिया गया। वहां से उसे पटना लाया गया। पुलिस पूछताछ में शख्स ने बताया कि कर्ज के कारण उसे कुछ सूझ नहीं रहा था। जिसके कारण उसने अपहरण का नाटक रचा था। उसे उम्मीद थी कि परिजन किसी तरह 20 लाख रुपये जुगाड़ कर उसे दे देंगे।